Fri. Jan 10th, 2025

कलेक्टर ने ली स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट स्कूलों के प्राचार्यो की बैठक, नदारद प्राचार्यो को नोटिस, कहा शिक्षा की गुणवत्ता से नहीं किया जाएगा समझौता


बिलासपुर, कलेक्टर अवनीश शरण की अध्यक्षता में जिले में संचालित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय संचालन एवं प्रबंधन समिति की बैठक आज जिला कार्यालय के मंथन सभा कक्ष में संपन्न हुई। कलेक्टर ने बैठक में बिना पूर्व अनुमति के नदारद जयरामनगर और बेलतरा स्कूल के प्राचार्य को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने इस दौरान अधोसंरचना, शिक्षक भर्ती, स्कूलों में पाठ्यक्रम पूर्णता एवं बोर्ड परीक्षा की तैयारी के सहित अन्य संबंधों में समीक्षा की। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल, जिला शिक्षा अधिकारी श्री अनिल तिवारी, आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त श्री सीएल जायसवाल, जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा श्री ओम पाण्डेय, सहायक जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा श्री रामेश्वर जायसवाल सहित सभी स्कूलों के प्राचार्य मौजूद थे।


बैठक में कलेक्टर ने सभी स्कूलों में स्वीकृत पद के विरूद्ध कार्यरत शिक्षकों की जानकारी ली। उन्होंने स्कूलों में रिक्त सभी पदों पर शीघ्र भर्ती करने के निर्देश दिए। ऐसे स्कूल जहां मरम्मत की जरूरत है वहां जनपद सीईओ, तहसीलदार, विकासखंड शिक्षा अधिकारी एवं निर्माण एजेंसी की संयुक्त टीम बनाकर भौतिक सत्यापन करने के उपरांत संबंधित निर्माण एजेंसियों के द्वारा वहां मरम्मत कार्य जल्द पूरा करने कहा। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया गया कि सेजेस के कुल 34 स्कूल संचालित हैं। इनमें हिन्दी माध्यम के 13 और अंग्रजी माध्यम के 21 स्कूल शामिल है। इन स्कूलों में 21 हजार 578 बच्चे अध्ययनरत हैं। डीएमएफ मद से नर्सरी के 4 स्कूल सेजेस लाल बहादुर शास्त्री, शेख गफ्फार तारबाहर, लाला लाजपतराय एवं तिलक नगर स्कूल संचालित हैं। सभी स्कूलों में 2 शिक्षक, 1 आया एवं 1 स्वीपर कार्यरत है। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालयों में युक्तियुक्तकरण की कार्यवाही 1 हफ्ते के भीतर करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता की मॉनिटरिंग के लिए ऑनलाईन एप बनाने के कहा। कलेक्टर ने प्राचार्यो से कहा कि स्कूल के बच्चों की प्रतिभा निखारें ताकि वे नवोदय, सैनिक स्कूल सहित अन्य विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हो सके। उन्होंने सभी प्राचार्यो से कहा कि शिक्षण का कार्य सजगता से करें। बच्चों की शिक्षा से कोई समझौता कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शिक्षक अपने दायित्वों का निर्वहन सजगता से करें।

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