यूनुस मेमन
धार्मिक नगरी रतनपुर की नगर पालिका का कोई माई बाप नहीं है। कुछ दिनों के लिए अतिरिक्त प्रभार पर आए नये सी एम ओ के द्वारा पद का दूरूपयोग करते हुए बिना भौतिक सत्यापन के 24 घंटा के अंदर ही लाखो का चेक काटने का मामला प्रकाश मे आया है ।बताया जा रहा है की एक ही दिन मे नगर पालिका रतनपुर के पी आई सी बैठक का एजेंडा तैयार हो गया। बैठक भी होगया और बैठक में पास भी हो गया और बगैर भौतिक सत्यापन के लाखों रुपए का चेक नए सी एम ओ के द्वारा काटकर वारा न्यारा कर दिया गया।
विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार निलंबित अवधि के दौरान बिलासपुर सयुक्त संचालक के द्वारा सेटिंग कर दूसरे ज़िला के सी एम ओ को रतनपुर का प्रभार दिया गया है एवं पूर्व में नगर पालिका सी एम ओ द्वारा गुणवत्ता विहीन सामग्री का निर्यात करने के कारण ठेकेदार का भुगतान रोक दिया गया था जिसे सेटिंग के तहत उक्त ठेकेदार के लाखों रुपए का भुगतान कर किया,
बताया ज रहा है की जांजगीर जिले के अकलतरा निकाय के सीएमओ रतनपुर नगरपालिका का प्रभार संभालेंगे एवं रतनपुर नगरपालिका में जांजगीर जिले के तथाकथित ठेकेदारों का भुगतान करने पर पूरा मामला सेटिंग का लगता है,गौर तलब हो की तत्कालीन cmo ने टेंडर के सेटिंग के खेल को बंद कर दिया था और घटिया निर्माण करने वाले ठेकेदारो का भुगतान रोक दिया था।
उक्त मामले की जानकारी लेते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद जायसवाल ने कहा कि नगर पालिका क्षेत्र में इस तरह का सेटिंग के तहत भुगतान होना बहुत गंभीर विषय है रतनपुर एक धर्म के नगरी है और यहां माता विराजमान है यहां सब मांगने के लिए आते हैं और अधिकारी यहां लूटने के लिए बैठे हैं इसकी उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए एवं दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए,