

सामाजिक संस्था सवेरा एक नई किरण वेलफेयर सोसाइटी द्वारा गठन के पश्चात प्रथम विशाल स्वेच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन आगामी 18 दिसंबर संत शिरोमणि परम पूज्य गुरु घासीदास बाबा जी की जयंती के अवसर पर किया जा रहा है। संस्था के अध्यक्ष शशि नारायण मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक कर्बला रोड स्थित यश पैलेस में स्वेच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर हंस वाहिनी ब्लड सेंटर बिलासपुर के सहयोग से थैलेसीमिया, सिकल सेल और ब्लड कैंसर पीड़ित बच्चों के लिए बड़े पैमाने पर रक्त संग्रह का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही इस मौके पर रक्त वर्ग जांच, मधुमेह जांच, ब्लड प्रेशर जांच, वजन जांच आदि भी निशुल्क किया जाएगा। संस्था द्वारा सभी रक्तदाताओं को यातायात जागरूकता हेतु हेलमेट एवं नेक बैंड प्रदान किया जाएगा। रक्तदाताओं को प्रशस्ति पत्र और ब्लड सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जाएगा ताकि आगामी 3 महीने के भीतर उन्हें रक्त की आवश्यकता पड़ने पर उन्हें रक्त प्रदान करने में प्राथमिकता दी जा सके।

संस्था के अध्यक्ष- उपाध्यक्ष शशि नारायण मिश्रा एवं सतीश सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस अवसर पर बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल, बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला, कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव, पूर्व विधायक शैलेश पांडे, असित पाल सिंह जुनेजा सहित कई विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहेंगे, जिनके हाथों रक्तदाताओं को उपहार प्रदान किया जाएगा।

क्यों है रक्तदान आवश्यक
वैज्ञानिक क्षेत्र में तरक्की के बावजूद आज भी रक्त का कोई विकल्प नहीं है। वैसे भी एक निश्चित समय के पश्चात रक्त अपने आप समाप्त हो जाता है, इसलिए इसी रक्त को किसी और को प्रदान कर उसका बहुमूल्य जीवन बचाया जा सकता है। आपका रक्त दूसरों की धमनियों में दौड़कर केवल उसकी प्राण रक्षा ही नहीं करता बल्कि रक्तदान आपके लिए भी फायदेमंद है। जानकारों के अनुसार रक्तदान करने से दिल का दौरा पड़ने की संभावना 88% कम हो जाती है। साथ ही हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा भी 33% कम होता है। रक्त प्रदान करने से रक्त प्रवाह बेहतर होता है और इससे शारीरिक वजन घटाने में भी मदद मिलती है। रक्तदान से त्वचा संबंधी बीमारियों में भी लाभ होता है । इससे आयरन का स्तर संतुलित होता है, साथ ही रक्तदान से कैंसर के खतरे को भी कम किया जा सकता है। रक्तदान करने से तनाव में भी कमी होती है और इससे एक आत्मिक संतुष्टि मिलती है। इसलिए 18 से 60 वर्ष के प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को 3 महीने के अंतराल से अवश्य रक्तदान करना चाहिए। यह प्रत्येक जिम्मेदार नागरिक का सामाजिक दायित्व भी है।

