आकाश मिश्रा
ई रिक्शा से ठोकर लगने जैसी मामूली घटना से तैश में आकर युवकों ने ई रिक्शा चालक का सर पत्थर से कुचल कर उसकी जान ले ली। पुलिस को जानकारी होने के कुछ घंटे बाद ही मुख्य आरोपी गिरफ्तार हो चुका है। लिंगियाडीह पंचायत भवन के पास रहने वाला सत्यनारायण प्रधान ई रिक्शा चलाता था। 14 अक्टूबर की रात वह ई रिक्शा लेकर निकला था। अगले दिन चिंगराजपारा स्वामी आत्मानंद स्कूल के शौचालय में उसकी रक्तरंजित लाश मिली। उसके सर पर किसी भारी वस्तु से प्रहार किया गया था जिससे उसकी जान चली गई थी। पुलिस ने फोरेंसिक टीम के साथ जांच शुरू की। इसी दौरान पुलिस को पता चला कि सत्यनारायण प्रधान का प्रदीप सिंह ठाकुर नाम के युवक के साथ विवाद हुआ था। पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की तो वह फरार मिला। पुलिस ने अलग-अलग ठिकाने पर छापा मार कर कुछ ही घंटे में आरोपी प्रदीप ठाकुर को पकड़ लिया, जिसने बताया कि वह अपने दोस्तों के साथ जा रहा था। इसी दौरान सत्यनारायण के ई-रिक्शा से उन्हें धक्का लगा था। इसे लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ और प्रदीप सिंह ठाकुर ने अपने साथियों के साथ मिलकर भारी पत्थर से उसका सर कुचलकर उसकी हत्या कर दी।
हैरानी इस बात की है कि आजकल छोटी-छोटी घटनाओं में भी बदमाश हैवान बनकर किसी की जान लेने से गुरेज नहीं कर रहे। राहत की खबर यह है कि इस अंधे कत्ल की गुत्थी को पुलिस ने कुछ ही घंटे में सुलझा कर मुख्य आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है, जबकि उसके अन्य साथियों की तलाश जारी है।
सीरियल किलर है मुख्य आरोपी
पुलिस ने बताया कि प्रदीप ठाकुर ने अपने दोस्त रिंकू साहू और अजय श्रीवास के साथ मिलकर सत्यनारायण की हत्या की है। आरोपी प्रदीप सीरियल किलर है। 2 साल पहले चिंगराजपारा में ही कोन्दा नाम के युवक की भी मामूली विवाद के बाद उसने इसी तरह पत्थर से सर कुचलकर मार डाला था। इससे पहले वह अपनी पत्नी की भी हत्या कर चुका है। पता चला कि प्रदीप सिंह ठाकुर नशे का कारोबार करता है और बाकायदा उसने अपना गैंग बना रखा है। 17 साल पहले उसने अपनी पत्नी की भी हत्या कर दी थी। वह गिरफ्तार तो होता है लेकिन जमानत पर छूटते ही एक बार फिर से हत्या कर देता है। अब तक वह तीन हत्याएं कर चुका है। 2 महीने पहले ही वह जेल से छूटकर बाहर आया था।