यूनुस मेमन
सड़क हादसे में एक मगरमच्छ की मौत हो गई है। रतनपुर क्षेत्र में स्थित खूंटा घाट बांध में बड़ी संख्या में मगरमच्छ है, जो भोजन की तलाश में अक्सर बांध से बाहर निकल पड़ते हैं। कई बार गांव के तालाब और गलियों में भी मगरमच्छ मिलते रहे हैं। डैम से निकलकर सड़क क्रॉस करने के दौरान रतनपुर क्षेत्र के ग्राम जाली पुरैना तालाब के पास किसी अज्ञात वाहन की चपेट में आकर एक युवा मगरमच्छ की मौत हो गई। जिसकी सर कुचली हुई लाश मिली है। रतन खूंटाघाट बांध में सुरक्षा व्यवस्था न होने से अक्सर मगरमच्छ इसी तरह से बांध से बाहर चले जाते हैं, जिससे आम लोगों के साथ उनके भी प्राणों पर संकट गहराता है। इसे लेकर वन विभाग कोई व्यवस्था नहीं कर रहा, जिस कारण से इस तरह की घटनाएं हो रही है। अगर खूंटा घाट बांध में मगरमच्छों की संख्या अधिक हो गई है तो उन्हें कोटमी सोनार के अभ्यारण में शिफ्ट किया जा सकता है या फिर खूँटा घाट बांध में ही उनकी सुरक्षा के लिए अलग से कोई व्यवस्था की जानी चाहिए, नहीं तो इसी तरह से इनकी मौत होती रहेगी।