बिलासपुर। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय श्यामानंद वर्मा तथा उनके पूर्वजों की स्मृति में वर्मा परिवार के द्वारा आयोजित भागवत कथा के दौरान हरियाली स्वच्छता तथा पौधारोपण का भी संकल्प लिया गया। वर्मा परिवार के द्वारा आयोजित उनके निवास स्थान में भागवत कथा सुनने आ रहे जितने भी श्रद्धालु यहां पहुंचेंगे उन सभी को प्रसाद स्वरूप एक-एक पौधा प्रदान किया जा रहा है। पूर्व मंत्री तथा शहर विधायक अमर अग्रवाल ने भी कथा में पहुंचकर पंडित जी से आशीर्वाद प्राप्त किया। गोडपारा में भागवत कथा के आयोजन कर्ता अशोक रंजन वर्मा, प्रताप रंजन वर्मा ,प्रफुल्ल रंजन वर्मा, संजय वर्मा ,प्रशांत वर्मा, विकास वर्मा अभिनय वर्मा एवं वर्मा परिवार के सभी सदस्यों ने संकल्प लिया है की भागवत कथा के दौरान आज से 2000 पौधे श्रद्धालुओं के बीच वितरण किया जाएगा। अमर अग्रवाल के पहुंचने पर वर्मा परिवार ने उनका स्वागत भी किया । 18 जुलाई को को हवन पूजन एवं भंडारा आयोजित किया गया है। अंतिम दिवस भी श्रद्धालुओं को पौधे बांटने कीतैयारी की गई।
आज भागवत कथा में शहर की बेटी पूजा एवं पृथ्वीराज जो चिगराजपारा में रहते हैं ,उनके भजन से श्रद्धालु भाव विभोर हुए। भागवत कथा में आचार्य पंडित पंकज भूषण मिश्रा ने
आज भागवत कथा के तीसरे दिन नरसिंह अवतार का चित्रण करते हुए बताया कि आज भगवान के चरित्र में उत्तर सूर्य की ,पृथ्वी सूर्य की कथा बताई गई और प्रहलाद चरित्र में नरसिंह भगवान के प्रकट होने, गर्भ एवं ग्राह्य के प्रसंग में जीवन के आध्यात्मिक जीवन की व्याख्या की गई। जीवन के अध्यात्म की व्याख्या की गई और समुद्र मंथन की कथा में 14 रत्न की उपलब्धि बताया। तथा भगवान के मोहिनी अवतार की कथा बताई गई आज की भागवत कथा में सभी समाज को संदेश दिया कि समाज के लिए संस्कृति और संस्कार जीवन के लिए महत्वपूर्ण है । परिश्रम जीवन का अंग है ,और समय का सही प्रयोग करें जीवन में सफलता हमेशा मिलती है।
आज के भागवत कथा में प्रमुख रूप से वृंदावन से पधारे पुरुषोत्तम महाराज ,वर्मा परिवार के ओमप्रकाश वर्मा, डॉक्टर सुरेश वर्मा, डॉ सुनीता वर्मा,पूर्व महापौर विनोद सोनी , जगदीश पांडे, अजीत भोगल, वरिष्ठ पत्रकार ज्ञान अवस्थी, युगल शर्मा, दिव्य प्रकाश दुबे, उदय वर्मा ,शैल वर्मा, आभा वर्मा,तरुण वर्मा, सुखेंद्र श्रीवास्तव,पी डी श्रीवास्तव, कामता प्रसाद यादव, रिबू त्रिवेद्वी , के अलावा काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। वर्मा परिवार के द्वारा पौधारोपण को बढ़ावा देने के लिए तथा समाज को जागरूक करने सभी श्रद्धालुओं को पौधे देने की अभिनव पहल की गई है।