यूनुस मेमन
अंचल के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खुटाघाट के पास स्थित गांव में एक बार फिर से मगरमच्छ मिलने से सनसनी फैल गई। सिंचाई और बिलासपुर को पेयजल आपूर्ति के इस सबसे बड़े डैम में बड़ी संख्या में मगरमच्छ है जो अक्सर भटक कर गांव पहुंच जाते हैं । खासकर बारिश के दिनों में पानी में बह कर भी यह मगरमच्छ गांव और गांव के तालाब तक पहुंचाते रहे हैं। इस बार ग्राम कर्रा में ग्रामीणों ने एक मगरमच्छ के बच्चे को देखा तो लोगों की भीड़ लग गई ।तुरंत इसकी जानकारी डायल 112 सेवा को दी गई, साथ ही वन विभाग को भी सूचना दी गई। पुलिस और वन विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर मगरमच्छ के बच्चे का रेस्क्यू किया और उसे वापस खुटाघाट डैम में छोड़ दिया।
मगरमच्छ के बच्चे को सुरक्षित पड़कर खूंटा घाट डैम में छोड़ने वालों में वन विभाग की टीम के सदस्य मॉल्स जोशी, उदय श्रीवास्तव, मानस दुबे, लखेराम धुर्वे और धीरज दुबे की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इससे पहले भी इसी तरह एक मगरमच्छ गांव में पकड़ा गया था, जिसे भी खुटाघाट बांध भेजा गया था। बांध से भटककर गांव पहुंचे ऐसे मगरमच्छ, किसी बड़ी घटना को भी अंजाम दे सकते हैं। इसलिए बरसात के इस मौसम में ग्रामीणों को भी सचेत रहने की सलाह दी गई है।