आकाश मिश्रा
कोटा पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझा लिया है। आरोपी को शक था कि मृतक का उसकी पत्नी के साथ अवैध संबंध है। इसी कारण हत्यारे ने उसे मौत के घाट उतार दिया था।
कोटा थाना क्षेत्र स्थित ओंकार फार्महाउस में 20 और 21 अप्रैल की दरमियानी रात किसी ने बेलटुकरी निवासी 48 वर्षीय रामफल यादव की हत्या कर दी थी। पुलिस को रामफल की लाश चारपाई के नीचे जली हुई हालत में मिली थी। जांच के दौरान पता चला था कि किसी ने धारदार हथियार से पहले रामफल को मौत के घाट उतारा फिर चारपाई पर उसके शव को रखकर उसमें आग लगा दी । चारपाई के जलने की वजह से लाश जमीन पर अधजली हालत में पड़ी थी। पहली नजर में पुलिस समझ गई की रामफल की हत्या की गई है, लेकिन पुलिस के लिए यह गुत्थी अनसुलझी थी कि आखिर किसी ने रामफल की हत्या क्यों की होगी। इसीलिए इस हत्या की मिस्ट्री को सुलझाने के लिए पुलिस को गांव में ही 12 दिन कैंप करना पड़ा। पुलिस ने सभी पहलुओं पर जांच की।
आसपास लगे सीसीटीवी के फुटेज खंगाले गए। सभी टावर के सीडीआर से कॉल डिटेल की भी जांच की गई, तो वहीं आसपास रहने वाले लोगों से भी पुलिस लगातार पूछताछ कर रही थी। इसी पूछताछ में पुलिस को घटनास्थल के पास में ही रहने वाले भगेला केंवट की गतिविधि संदिग्ध लगने लगी। पूछताछ के दौरान वह अक्सर गोल-गोल जवाब देता। पुलिस ने उसकी गतिविधियों पर नजर रखना शुरू किया तो पुलिस का शक और भी बढ़ता चला गया। जब घोघाडीह में रहने वाले भगेला केवट को हिरासत में लेकर पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हो गया। पूछताछ में पता चला कि रामफल यादव का भगेला केवट की पत्नी के साथ अवैध संबंध था, जिस कारण से भगेला रामफल से रंजिश रखता था। घटना वाली रात उसने गड़ासार से गले में वार कर रामफल की हत्या कर दी और फिर सबूत छुपाने शव पर डीजल छिड़क कर उसमें आग लगा दी।
पुलिस ने हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए हत्यारे रामफल केंवट को हथियार और घटना के वक्त पहने बनियान, डीजल के डब्बे के साथ गिरफ्तार कर लिया है, जिसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस के लिए यह मामला चुनौती पूर्ण था लेकिन 12 दिनों की कोशिश के बाद पुलिस के हाथ कामयाबी लग ही गयी। पुलिस को भी शक था कि इस हत्या के पीछे भी जर, जमीन या जोरू का मामला होगा और पुलिस का शक इस बार भी गलत साबित नहीं हुआ।