आकाश
जी आर प्रोजेक्ट लिमिटेड द्वारा ग्राम रलिया में सिक्स लेन सड़क बनाई जा रही है ।निर्माण कार्य के लिए निश्चित स्थान पर निर्माण सामग्री स्टोर की जा रही है। गुरुवार रात को हाइवा चालक हेमचंद्र लहरे और उसका हेल्पर 18 वर्षीय घुरु निवासी मोनू रजक हाइवा क्रमांक सीजी 07 CN 9376 को लेकर ग्राम अमलीडीह रेत घाट में रेत भरने गए थे। ड्राइवर ड्राइविंग सीट पर बैठा था और हेल्पर ट्रॉली में चढ़कर रेत भरवा रहा था। पोकलेन की मदद से रेत भरने के बाद जब ड्राइवर हेमचंद लहरे ने हेल्पर मोनू रजक की तलाश की तो वह कहीं नहीं मिला। इसके बाद ड्राइवर हाईवा लेकर डंपिंग यार्ड पहुंच गया। वहां जैसे ही रेत गिराई गई तो रेत के ढेर में से इंसानी पंजा दिखा। जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट कैंप रलिया में रेत खाली करने के दौरान लाश होने की जानकारी होने पर तुरंत पुलिस को सूचित किया गया, तो यह लाश किसी और कि नहीं बल्कि हेल्पर मोनू रजक की ही निकली।
आशंका जताई जा रही है कि रेत भरवाने के दौरान वह रेत के ढेर में दब गया और दम घुटने से इसकी मौत हो गई। पुलिस ने उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही इस बात का खुलासा होगा कि उसकी मौत दुर्घटना के चलते हुई या फिर उसकी हत्या की गई है। इधर हाईवा की ट्राली से हेल्पर की लाश मिलने से सब सन्न रह गए ।ड्राइवर का कहना है की रेत लोड करते समय उसका हेल्पर कहीं गायब हो गया था। उसे यह नहीं पता था कि वह रेत में दब गया है। बड़े ही अजीबोगरीब तरीके से 18 वर्षीय हेल्पर मोनू की मौत हो गई। पुलिस पंचनामा बनाकर मामले की जांच कर रही है, जिसे पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रतीक्षा है।