

सोमवार को डीजे संचालक बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे और उन्हें ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि पुलिस द्वारा आए दिन डीजे को जप्त करने की कार्यवाही की जा रही, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति बदहाल हो गई है, वही उनका कहना है यदि ताशा धुमाल बैंड किसी पर भी कार्यवाही की जाती है तो समाचार पत्रों में डीजे शब्द का प्रयोग प्रशासन कर रही है, जिससे हमारी छवि धूमिल हो रही है। वहीं उन्होंने बताया कि तहसीलदार द्वारा कुछ दिन पहले निर्देश जारी किए हैं और उसके बाद एसडीएम कार्यालय ने भी अलग निर्देश जारी किया, दोनों में अलग-अलग बातें कही गई है, जिससे कन्फ्यूजन की स्थिति निर्मित हो रही है। कलेक्टर से गुहार लगाते हुए डीजे पर नियम के तहत संचालन की अनुमति मांगी गई है । डीजे संचालकों का कहना है कि प्रशासन के इस निर्देश के चलते भूखे मरने की नौबत आ गई है यदि इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया तो, हम जल्द ही बड़ा आंदोलन करेंगे, एवं आगामी लोकसभा चुनाव का भी बहिष्कार करेंगे ।

