विगत कुछ वर्षों में स्वयं को भीम समर्थन बताने वालों द्वारा लगातार हिंदू धर्म को टारगेट करने और धार्मिक प्रतीकों के अपमान करने के मामले सामने आ रहे हैं। एक वर्ग बार-बार यह बताने का प्रयास कर रहा है कि वह हिंदू नहीं है। यहां तक तो ठीक है लेकिन खुद के खिलाफ एक टिप्पणी पर जो लोग एट्रोसिटी एक्ट की धमकी देते हैं उनके द्वारा लगातार हिंदू देवी देवताओं का अपमान किया जा रहा है। हाल ही में इसी समाज के एक हेडमास्टर द्वारा हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ दुष्प्रचार करते हुए बच्चों को बौद्ध धर्म अपनाने की शपथ दिलाई गई थी।
अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें चकरभाठा थाना क्षेत्र के ग्राम सेंवार जनपद के देवेंद्र सूर्यवंशी द्वारा भगवान श्री राम लक्ष्मण एवं सीता माता के चित्र के सर पर पैर में जूता पहनकर उनके सर पर पैर रखकर उन्हें अपमानित करते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया, जिस पर दीपक रजक द्वारा आपत्ति जताते हुए इसकी शिकायत पुलिस में की गई। धार्मिक भावना आहत होने और आपसी सौहार्द बिगड़ने की आशंका के चलते पुलिस ने तत्काल मामले में एफआईआर दर्ज कर आरोपी 19 वर्षीय देवेंद्र सूर्यवंशी को गिरफ्तार किया। पुलिस जब पहुंची तो वह अपने घर से फरार था। पुलिस ने उसे ढूंढ निकाला।
चिंता का विषय यह है कि इस तरह के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जिसमें एक नए वर्ग द्वारा हिंदू देवी देवताओं का अपमान किया जा रहा है, क्योंकि संविधान में बेहिसाब अधिकार प्राप्त यह वर्ग इस मुगलते में है कि उन्हें कानून द्वारा इतनी अधिक रियायत मिली हुई है कि भले वे अपने खिलाफ तो एक बात नहीं सुन सकते लेकिन दूसरे धर्म के खिलाफ जो चाहे कर सकते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता है, जबकि दिखायी यह आ रहा है कि ऐसे मामले में आरोपी आसानी से जमानत पा जाते हैं।