

कैलाश यादव

काफी संघर्ष के बाद बिलासपुर प्रेस क्लब का चुनाव गुरुवार को संपन्न हुआ। बिलासपुर प्रेस क्लब के 447 मतदाताओं में से 377 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। बारिश के बावजूद मतदाताओं का उत्साह ऐसा था कि 12 से 5:00 बजे तक होने वाले मतदान में 5:00 के बाद भी मतदाताओं की लंबी कतार लगी रही, जिन्होंने निर्धारित समय के बाद भी बंद दरवाजे के भीतर अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

बिलासपुर प्रेस क्लब के पिछले कार्यकारिणी की समय सीमा 23 जुलाई को समाप्त हो चुकी थी लेकिन पूर्व अध्यक्ष और उनके साथी प्रेस क्लब चुनाव निर्धारित समय पर नहीं करना चाहते थे लिहाजा यह मामला रजिस्ट्रार और हाई कोर्ट तक भी पहुंचा, जिसके बाद चुनाव अधिकारी महेश तिवारी के द्वारा गुरुवार को चुनाव संपन्न कराया गया ।कुछ लोगों का दावा था कि इस चुनाव में पत्रकारों की रुचि नहीं है लेकिन दावे के विपरीत पत्रकारों ने इसमे बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, यहां तक की अन्य शहरों से भी बिलासपुर प्रेस क्लब के सदस्य मतदान के लिए पहुंचे।

इस बार बिलासपुर प्रेस क्लब के चुनाव में पहले ही कोषाध्यक्ष के रूप में प्रतीक वासनिक और कार्यकारिणी सदस्य रूप में गोपी डे निर्विरोध चुने जा चुके हैं। इसके बाद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सचिव और सह सचिव पद के लिए कुल 11 प्रत्याशी मैदान में है । इनमें से आशीर्वाद पैनल से अध्यक्ष पद के लिए इरशाद अली मजबूत दावेदार माने जा रहे है। उनके अलावा आशीर्वाद पैनल से उपाध्यक्ष पद के लिए संजीव पांडे, सचिव के लिए दिलीप यादव और सह सचिव के लिए दिलीप जगवानी मैदान में है , जिनके मुकाबला आपका पैनल से अध्यक्ष पद के लिए विजय क्रांति तिवारी , उपाध्यक्ष के लिए रमन किरण, सचिव पद के लिए संदीप करिहार, सहसचिव पड़ के लिए राजेन्द्र ठाकुर मैदान में है ।

इसके अलावा अध्यक्ष पद के लिए मनोज दुबे और निर्मल मानिक एवं सचिव पद के लिए शैलेश पाठक भी मैदान में है । हालांकि कुछ दिन पहले मनोज दुबे ने आशीर्वाद पैनल को अपना समर्थन देते हुए नाम वापस ले लिया है। कुल मिलाकर इस बार सीधा मुकाबला आशीर्वाद पैनल और आपका पैनल के बीच में है। चुनाव के बाद मतगणना की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है और नतीजा एक के बाद एक जल्द ही घोषित होंगे। गुरुवार को बिलासपुर प्रेस क्लब चुनाव को लेकर पत्रकारों की गहरी दिलचस्पी नजर आई और दिनभर प्रेस ट्रस्ट भवन ईदगाह चौक में मतदाताओं की भीड़ देखी गई, जिस कारण यहां बार-बार जाम की स्थिति भी बनी। भारी उत्साह के बाद भी 70 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया , इनमें से कई बुजुर्ग और बीमार है तो कुछ शहर के बाहर रहते हैं। इस कारण से वे मतदान के लिए नहीं पहुंच पाए , हालांकि गुरुवार को हुए मतदान में कई बीमार और बुजुर्ग बयोवृद्ध पत्रकार भी अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुंचे।


