बिलासपुर के चर्चित संजू त्रिपाठी हत्याकांड के शूटर को पुलिस लगभग साल भर से ढूंढ रही थी और वह किसी चूहे की तरह खुद-ब-खुद पुलिस की जाल में आ फंसा। पिछले साल 14 दिसंबर को संजू त्रिपाठी की हत्या उसके ही भाई कपिल त्रिपाठी ने सुपारी देकर कराई थी। संजू त्रिपाठी भी दूध का धुला हुआ नहीं था। ऐसा कोई अपराध नहीं था जो संजू त्रिपाठी ने नहीं किया था। यहां तक की उसके पिता ने जिस लड़की को अपनी दत्तक पुत्री बनाकर पाला था , संजू त्रिपाठी उस बहन का भी दैहिक शोषण कर रहा था। यही कारण है कि संजू त्रिपाठी के पिता, भाई ,बहन और जीजा समेत तमाम रिश्तेदारों ने उसे रास्ते से हटाने का फैसला किया। जिसके लिए उत्तर प्रदेश के चर्चित शूटरों का इस्तेमाल किया गया।
संजू त्रिपाठी हत्याकांड में 21 आरोपी गिरफ्तार हो चुके थे । इस मामले में पुलिस को शूटर मोहम्मद दानिश की तलाश थी। बाकी आरोपियों के साथ संजू त्रिपाठी हत्याकांड का मुख्य आरोपी उसका भाई कपिल त्रिपाठी और पिता जयनारायण त्रिपाठी भी जेल में बंद है ।पुलिस को कुल पांच सूटर की तलाश थी जिसमें से एक पकड़ा जा चुका था। इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि हत्याकांड का एक शूटर मोहम्मद दानिश कटघोरा जेल में बंद कपिल त्रिपाठी से मुलाकात करने पहुंचा है। पुलिस के लिए इससे अच्छा अवसर नहीं था। पुलिस की एक टीम जेल के आसपास तैनात थी और जैसे ही उन्हें मोहम्मद दानिश नजर आया उसे घेराबंदी कर पकड़ लिया गया। मोहम्मद दानिश ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है , जिसके पास से एक आईफोन और कपिल त्रिपाठी द्वारा दिए गए ₹5000 में से ₹1000 बरामद किया गया है। इस मामले में अब तक 22 आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं जबकि पुलिस को अब भी 3 फरार सूटर की तलाश है।
आपको याद दिला दे कि कांग्रेस नेता और पेशेवर बदमाश संजू त्रिपाठी उर्फ प्राणनाथ त्रिपाठी की हत्या 14 दिसंबर को सकरी फ्लाईओवर के नीचे खनिज नाका के पास गोली मारकर की गई थी।