काशी में चार दिवसीय संस्कृति संसद का राष्ट्रीय महासम्मेलन विचार मंथन संपन्न, सम्मिलित हुए बिलासपुर के आचार्य डॉ दिनेश चंद्र महराज

काशी में चतुर्थ दिवसीय संस्कृति संसद का राष्ट्रीय महासम्मेलन मे सम्मिलित होकर बिलासपुर लौटे पीताम्बरा पीठाधीश्वर आचार्य डॉ. दिनेश जी महाराज ने बताया कि अयोध्या श्री रामजन्म भूमि आंदोलन के अमर हुतात्माओ की आत्मशांति हेतु भगवान काशी विश्वनाथ के अभिषेक से आरंभ हुआ समस्त भारत वर्ष से पधारे एक सौ सत्ताइस संप्रदायो के संतो मनीषियों आचार्यों महापुरुषों ने भगवान से बलिदानियों के आत्ममोक्ष हेतु प्रार्थना की माँ गंगा पूजन के साथ आरंभ हुए अनुष्ठान में 15 सौ से अधिक संतो ने आशुतोष महादेव का अभिषेक किया। इस समस्त आयोजन में सनातन संस्कृति धर्म ,के शुभ संकल्पों के साथ राष्ट्र के प्रति कर्तव्य के साथ समाज के हित कानून ,महिला शक्ति,युवा शक्ति ,का समाज राष्ट्र सनातन के संदर्भ में योगदान आदि अनेकों राष्ट्र निर्माण के विषयो पर संतो, मनीषियों,आचार्यों, बुद्धिजीवियों ,समाज चिंतकों ,सहित विदुषियों ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम की सफलता हेतु गंगा महासभा अखिल भारतीय संत समिति,अखाड़ा परिषद,विश्व हिंदू परिषद,काशी विद्वत परिषद् के पदाधिकारियों,कार्यक्रम संयोजक श्री गोविंद शर्मा सहित दंडी स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती जी महाराज
राष्ट्रीय महामंत्री अखिल भारतीय संत समिति के निर्देशन में पूर्ण रूप से सफल रहा।

इस अवसर पर आचार्य शुभेश शर्मन राष्ट्रीय प्रमुख धर्म समाज अखिल भारतीय संत समिति,
अखिल भारतीय संत समिति छत्तीसगढ़ प्रमुख आचार्य डॉ. दिनेश जी महाराज पीताम्बरा पीठाधीश्वर, श्री पीताम्बरा पीठ त्रिदेव मंदिर बिलासपुर सहित छत्तीसगढ़ से स्वामी सर्वेश्वर दास जी अखिल भारतीय संत समिति अध्यक्ष छत्तीसगढ़,महंत नरेंद्र दास जी राष्ट्रीय महामंत्री निर्मोही अखाड़ा, महन्त राधेश्याम दास ,संत युधिष्ठिर लाल जी,महंत त्रिवेणीदास ,महंत सीताराम दास जी,महंत वेद प्रकाशाचार्य जी,महंत तारकेश्वरपुरी जी, संत श्री रामरूपदास जी, संत श्री बब्रवाहन जी,साध्वी पेदमिनी पुरी, संत नंदाचार्य जिला अध्यक्ष कांकेर, नागा पवनदास कोतवाल,बीरेंद्र सिंह, दिलेश शास्त्री,पृथ्वी दास,शिवम दास, शुभम दास, नंदगोपाल यादव, घनश्याम सिंह,भीमदेव,लखनलाल शुक्ला,शंकर पुरी,राजेश्वर गिरी, परमेश्वर पुरी आदि उपस्थित रहे।

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