गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा दयालबंद में सिखों के चौथे गुरु धन-धन गुरु रामदास जी का आगमन पूरब बड़े ही श्रद्धा एवं हर्षो उल्लास के साथ मनाया गया, जिसके लिए विशेष तौर से कीर्तनी जत्था भाई जसकरण सिंह पटियाले वाले को सादर आमंत्रित किया गया था। यह पर्व हर वर्ष की तरह श्री सुखमणि साहिब सर्कल द्वारा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सहयोग से मनाया गया। इस पर्व को मनाने हेतु श्री सुखमणि साहिब सर्कल द्वारा 15 श्री सहज पाठ साहिब का समापन 30 अक्टूबर को सुबह के दीवान में की गई।जिसके लिए एक निश्चित ड्रेस कोड समूह साथ संगत के लिए रखा गया था। उपरांत विशेष कीर्तन दरबार भाई जसकरण सिंह जी द्वारा अपने रसमयी कीर्तन द्वारा साध संगत को निहाल किया और समाप्ति उपरांत गुरु का अटूट लंगर भी वरताया गया। रात में भी विशेष दीवान सजाया गया जिसमे दयालबंद के हजूरी कीर्तनी जत्था भाई गुरचेत सिंह जी और हेड ग्रंथी भाई मानसिंह जी द्वारा गुरु इतिहास से अवगत कराया गया एवं भाई जसकरण सिंह द्वारा कीर्तन का भी आयोजन रहा।
इस समागम में 1000 संगतों ने हजारी लगाकर गुरु किरपा के पात्र बने।समाप्ति उपरांत गुरु का अटूट लंगर भी वर्तया गया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु से सुखमणि साहिब सरकल के सभी मेंबर्स दलजीत कौर सलूजा मीत कौर गंभीर मनप्रीत कौर मक्कड़ रविंदर कौर छाबड़ा डॉली गंभीर नूर कौर जसविंदर कौर बंटी कौर संदीप कौर ,जसमीत कौर दलजीत कौर अंजली सलूजा रूबी छाबड़ा प्रिंसी कौर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सभी मेंबर्स नरेंद्र पाल सिंह गांधी मनदीप सिंह गंभीर जगमोहन सिंह महेंद्र सिंह सुरेंद्र सिंह छाबड़ा नरेंद्र सिंह सलूजा हरजीत सिंह सलूजा जोगिंदर सिंह अमरजीत सिंह दुआ सोनू गांधीएवं हेड ग्रंथि मानसिंह जी का सहयोग रहा।