
पखांजुर से बिप्लब कुण्डू –17.8.22

पखांजुर—
अंदुरिनी इलाके में शिक्षक की मनमर्जी से ग्रामीण एंव पालक है परेशान … शासकीय अवकाश के बिना ही शिक्षक स्कूल में जड़ दिया ताला , वही दूसरी तरफ ग्रामीणों एंव बच्चो के पालको ने शिक्षक पर आय दिन स्कूल में शराब पीकर आने का लगाया है गंभीर आरोप …. शिक्षक ही बच्चों के भाग्य के विधाता होते हैं । और शिक्षक के बीना बच्चों की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह अधूरी मानी जाती है , किंतु बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि , शिक्षा के क्षेत्र में अलख जगा रहे गुरुजी ही अगर नशे में स्कूल पहुंचकर बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करेंगे तो शिक्षक एवं बच्चों के बीच जो एक सम्मान बना रहता है उस पर भी अब उंगली उठना लाजमी है । शिक्षक दिनांक 12.8.2022 दिन शुक्रवार को बिना शासकीय अवकाश के ही स्कूल में ताला जड़ दिया।जिस लिए बच्चो को स्कूल आकर निराश लौट जाना पढ़ा, एक तरफ जहां सरकार के तरफ से शिक्षा को लेकर कई बड़े-बड़े योजना चला रही है वही दूसरी टीचर की लापरवाही है , कोयलीबेड़ा गोदलदंड के प्राथमिक शाला में पदस्थ शिक्षक मनोरंजन मिस्त्री पर ग्रामीणों ने आपत्ति जताते हुए कहा की अनिता मंडावी , सिद्धू राम कोरचा , एंव बच्चो के पलाक मारको बाई ने बताया कि शिक्षक नशे में मस्त होकर स्कूल पहुंचता है इस तरह नशे करके आने से इसका बुरा प्रभाव बच्चो पर भी पढ़ता है यह प्रक्रिया दो – तीन वर्षों से चली आ रही है किंतु कोई भी इसका निदान नहीं कर पा रहा है । जिसके कारण शराबी शिक्षक अपनी मनमानी पर कायम है । पालक बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं पढ़ाई तो दूर शिक्षक नशे में रहकर क्या पढ़ाई करवा रहा होगा यह सोचने की बात है ।
इस पूरे मामले में कोयलीबेड़ा खंड शिक्षा अधिकारी केजुराम सिन्हा बीईओ से पतिक्रिया लेने के लिए कई बार कॉल किया गया , मगर उनके द्वारा कॉल रिसीव नहीं किया गया ।
