बिलासपुर: प्रियंका गांधी आज बिलासपुर के प्रवास पर थी। यहाँ उन्होंने पुलिस ग्राउंड में एक आम सभा को सम्बोधित किया और बेलतरा विधानसभा प्रत्याशी विजय केसरवानी समेत जिले के सभी विधानसभाओं के अधिकृत उम्मीदवारों के लिए वोट की अपील की। उन्होंने कहा कि बिलासपुर की जनता का आशीर्वाद हमेशा से गांधी परिवार के तौर पर कांग्रेस को मिलता रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि कांग्रेस इस बार बेलतरा समेत बिलासपुर, मस्तूरी, कोटा, तखतपुर और बिल्हा में बड़ी जीत हासिल करते हुए प्रदेश में दूसरी बार सरकार बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी।
सीएम ने भी जताया जीत का विश्वास
प्रियंका गांधी की विशाल और ऐतिहासिक महासभा में प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने भी शिरकत की। उन्होंने भी विश्वास जताया कि पांच सालो तक उनकी सरकार ने छत्तीसगढ़ की उन्नति और प्रगति के लिए काम किया है। उनकी सरकार में जहां ग्रामीण जनजीवन में सुधार आया है तो गरीबी भी कम हुई है। छत्तीसगढ़ के परम्परा को संवारने में छत्तीसगढ़ की सरकार कभी पीछे नहीं रही है। सीएम ने कहा कि गौठान, गोधन योजना और रीपा जैसी अनोखी योजनाओं से ग्रामीण अर्थव्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन आया है। बेरोजगारों को रोजगार भत्ता हो या फिर शहरो में अधोसंरचना का विकास सभी दिशा में उनकी सरकर ने कार्य किया है। उन्हें पूरी उम्मीद है कि इस बार बेलतरा में भी कांग्रेस की भारी मतों से जीत होगी जबकि बिलासपुर जिले की सभी सीटों पर कांग्रेस वापसी करेगी।
प्रियंका गांधी ने किये बड़े वादे
प्रियंका गांधी के इस दौरे से पहले उम्मीद जताई जा रही थी कि वह कुछ बड़ी घोषणाएं कर सकती है। खासकर महिलाओं को लेकर वह सरकार की तरफ बड़ा ऐलान कर सकती है, और संभवतः हुआ भी ऐसा ही। प्रियंका गाँधी ने ऐलान किया है कि अगर दोबारा प्रदेश में उनकी सरकार बनती है तो प्रदेश में माताओं-बहनों के लिए महतारी न्याय योजना लागू किया जाएगा। इसी तरह 500 रूपए की सब्सिडी भी उन्हें दी जाएगी।
ये रही प्रमुख घोषणाएं
सिलेंडर रिफिल करने पर 500 रुपए की सब्सिडी
200 यूनिट तक बिजली फ्री, अधिक खपत पर 200 यूनिट प्रति माह तक मुफ्त बिजली
महिला स्व-सहायता समूहों तथा सक्षम योजना के तहत लिए गए ऋण माफ
700 नवीन ग्रामीण औद्योगिक पार्कों की स्थापना
सभी सरकारी स्कूलों को स्वामी आत्मानंद इंग्लिश एवं हिन्दी मीडियम स्कूलों में अपग्रेड करेंगे
सड़क और आकस्मिक दुर्घटनाओं में मुफ्त इलाज
परिवहन व्यवसाय से जुड़े 6,600 वाहन मालिकों के वर्ष 2018 तक के 726 करोड़ रुपए के कर्ज माफ