
नवल वर्मा

बिलासपुर जिले में भाजपा की नामांकन रैली सभा को संबोधित करने बिलासपुर पहुंचे असम के मुख्यमंत्री और प्रखर राष्ट्रवादी नेता हिमंता बिस्वा सरमा ने शहर के एक होटल में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बेबाकी से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दावा करते हैं कि उन्होंने अपने 5 साल के कार्यकाल में किसानों का जीवन खुशहाल कर दिया है और दूसरी तरफ वे किसानों की कर्ज माफी की बात कह रहे हैं, जो यह दर्शा रहा है कि आज भी छत्तीसगढ़ के किसानों को कर्ज की आवश्यकता है। उन्होंने सवाल खड़ा किया कि आखिर किसानों को कर्ज लेने की नौबत क्यों आ रही है ? उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश के मुख्यमंत्री किसानों का सचमुच हित चाहते तो वे बजट में इस तरह की घोषणा कर सकते थे लेकिन ऐन चुनाव के समय किसानों को लॉलीपॉप दिया जा रहा है। जबकि केंद्र की मोदी सरकार लगातार किसानों के हित में निर्णय ले रही है, जिन्होंने फैसला लिया है कि मौजूदा वित्त वर्ष में भी खाद की कीमतें नहीं बढ़ाई जाएगी।

उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ में धान के लिए ₹2000 से अधिक की रकम केंद्र की मोदी सरकार दे रही है लेकिन केवल ₹600 देकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इसे राजीव गांधी न्याय योजना बता रहे हैं जबकि अधिक रकम देने के कारण इसका नाम मोदी न्याय योजना होना चाहिए था। उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी भत्ता का लॉलीपॉप युवाओं को दिया जा रहा है, जबकि उनकी प्राथमिकता युवाओं को रोजगार देने का है। उन्होंने कहा कि उन्होंने असम में 2 साल में 1 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां दी है और लगातार युवाओं को नौकरी दे रहे हैं, क्योंकि बेरोजगार, बेरोजगारी भत्ते की बजाय नौकरी से स्वाभिमान पूर्ण जीवन जी सकता है।

तीसरी बार छत्तीसगढ़ आए असम के मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार पर जमकर हमले किये। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की कांग्रेस सरकार ने बेरोजगारों से नौकरी लूट लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र से मिली राशि का भी उस मद में इस्तेमाल नहीं हुआ जिसके लिए रकम आवंटित की गई थी। राज्य सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए भी राशि नहीं दे रही जिस कारण से लाखों लोगों का मकान नहीं बन पा रहा है। हिमंता बिस्वा सरमा ने आरोप लगाया कि यहां की कांग्रेस गंगाजल लेकर झूठी कसम खाती है। साथ ही उन्होंने गंभीर आरोप लगाया कि पूरे प्रदेश में सरकारी मशीनरी किसी कांग्रेसी एजेंट की तरह काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारी कांग्रेस के कार्यकर्ता बन गए हैं । इस विषय में उन्होंने जल्द ही चुनाव आयोग में शिकायत करने की बात कही। उन्होंने कहा कि आचार संहिता लागू होने के बाद सरकारी कर्मचारियों को निष्पक्ष होकर कार्य करना चाहिए, लेकिन छत्तीसगढ़ में ऐसा नहीं हो रहा।

छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने का दावा करने वाले हिमंता बिस्वा सरमा से जब पूछा गया कि क्या मदरसे बंद कर दिए जाने चाहिए तो उन्होंने जोरदार तरीके से इसकी वकालत करते हुए कहा कि मदरसा बंद कर स्कूल कॉलेज खोले जाने चाहिए ताकि मुसलमान के बच्चे भी बेहतर शिक्षित होकर कामयाब जीवन गुजार सके।
चुनाव केवल चुनाव के समय हिंदू मुसलमान किए जाने पर एतराज करते उन्होंने कहा कि ऐसा पूरे 5 साल होना चाहिए। उन्होंने इस बार पर गर्व किया कि उन्हें इसलिए जाना जाता है कि वे हिंदू हित की बात करते हैं। यही कारण है कि आज अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है। हिंदुओं के हित में निर्णय लिए जा रहे हैं लेकिन एक दौर ऐसा था जब सरकार केवल अल्पसंख्यकों के हित की ही बात करती थी। उन्होंने छत्तीसगढ़ की बघेल सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और कहा कि अगर भ्रष्टाचार करेंगे तो फिर देश हित में ईडी जैसी संस्थाएं कार्यवाही करेगी ही। उन्होंने इस बात पर भी गर्व किया कि उनके पूरे राजनीतिक जीवन में उन पर एक भी दाग नहीं लगा।
जब किसी पत्रकार ने कहा कि कांग्रेसियों के यहां ही ईडी के छापे क्यों पड़ रहे हैं तो इस सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर ईडी के छापे में करोड़ों रुपए बरामद हो रहे हैं जो सरकार के खजाने में जा रहे हैं तो इसमें क्यों किसी को आपत्ति होनी चाहिए । उन्होंने यह भी दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी का नेता और कार्यकर्ता गरीब होता है जबकि कांग्रेस के कार्यकर्ता अमीर होते हैं। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता का घर और कांग्रेस के कार्यकर्ता के घर में जमीन आसमान का अंतर होता है । उन्होंने इसके लिए आंकड़े देखने की बात कही। छत्तीसगढ़ में खुशहाली वापस लौटाने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार बनाने का आह्वान किया। इसके बाद वे वाजपेई मैदान में आयोजित आमसभा को भी संबोधित करने पहुंचे।
