संयुक्त संपत्ति में धोखे में रखकर अधिकारियों ने कर दिया एक पक्ष के नाम पर नामांतरण, पीड़ित पक्षकार ने नगर पालिका अध्यक्ष के कक्ष में किया आत्मदाह का प्रयास, निराकरण न होने पर सपरिवार आत्मदाह की दी चेतावनी, जानिए क्या है पूरा मामला

यूनुस मेमन

राजस्व के मामले में हेरा फेरी का एक बड़ा मामला रतनपुर में सामने आया है । पक्षकार को अंधेरे में रखकर नामांतरण करने का मामला रतनपुर में चर्चा में है, जिसके बाद पीड़ित पक्ष ने रतनपुर नगर पालिका अध्यक्ष के कक्ष में आत्मदाह का प्रयास किया।
रतनपुर महामाया चौक के पास दुबे परिवार की संपत्ति है, जिसका बंटवारा होना है। बताया जा रहा है कि इसी संपत्ति के एक उत्तराधिकारी जितेंद्र कुमार दुबे ने बटांकन के लिए नगर पालिका में आवेदन किया था लेकिन संपत्ति के एक और हिस्सेदार जितेंद्र दुबे के बड़े भाई राकेश कुमार दुबे ने पटवारी के साथ मिली भगत का आरोप लगाते हुए आपत्ति दर्ज कराई थी, जिसके चलते परिषद ने बंटवारा आवेदन को खारिज करते हुए कहा था कि जब तीनों पक्षकारों में आपसी सहमति और रजामंदी हो जाएगी उसके बाद ही नियमानुसार बंटवारा किया जाएगा।


अभी हाल ही में 5 अक्टूबर को जब राकेश कुमार दुबे इसी संपत्ति का कर पटाने नगर पालिका में गए तो उन्हें जानकारी मिली कि उनके भाई के नाम से बिल कट गया है। इस पर राकेश दुबे ने आश्चर्य जताई तो उन्हें पता चला कि ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि जितेंद्र कुमार दुबे के नाम संपत्ति का नामांतरण हो गया है। परिषद द्वारा आपत्ति जताकर आवेदन को खारिज करने के बाद भी किस तरह षडयंत्र पूर्वक नामांतरण हो गया इसे लेकर पहले तो राकेश कुमार दुबे ने जमकर हंगामा मचाया और फिर भी जब बात नहीं बनी तो वे पेट्रोल लेकर नगर पालिका अध्यक्ष के कक्ष में पहुंच गए और खुद पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया।


किसी तरह नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम रात्रे ने राकेश दुबे के हाथ से माचिस छीनकर उन्हें रोका और इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने भी स्थिति को नियंत्रण में लिया। नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष घनश्याम रात्रे ने कहा कि सीएमओ हरदयाल रात्रे नगर के बाहर है और वे सोमवार को आएंगे, इसके बाद ही इस मामले में पूरी जानकारी मिल पाएगी।
बताया जा रहा है कि नामांतरण दस्तावेजों में सीएमओ के हस्ताक्षर है जबकि सीएमओ नामांतरण होने के आरोप से ही इनकार कर रहे हैं , जिनका कहना है कि वे सोमवार को लौटेंगे जिसके बाद ही वह स्पष्ट रूप से बता पाएंगे कि मामले की सच्चाई क्या है ।
इधर पीड़ित पक्षकार राकेश कुमार दुबे ने कहा है कि अगर सोमवार को नामांतरण आदेश को खारिज कर यथा स्थिति ना की गई तो फिर वो सपरिवार नगर पालिका कार्यालय में आत्मदाह करेंगे।


माना जा रहा है कि अधिकारियों के साथ मिली भगत कर एक पक्षकार ने मनचाहा नामांतरण करा लिया ।अगर इस पूरे मामले के तह में जाएंगे तो फिर दोषियों का पता चलेगा। इधर मामले का निराकरण न होने पर राकेश दुबे ने सपरिवार आत्मदाह की चेतावनी दी है, अगर ऐसा कुछ होता है तो फिर उन सारे कर्मचारियो और अधिकारियों का नपना तय है जिन्होंने यह साजिश की है।

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