
संजय ‘अनंत’©

अपने शानदार अभिनय के दम पर अपनी पहचान बनाने वाले ठेठ बनारसी संजय मिश्रा जी का आज जन्मदिन है ।
संजय मिश्रा उन लोगो मे से है , जिन का कोई माई बाप मुंबई हिन्दी फ़िल्म उद्योग यानि बॉलीवुड मे नहीं था, अपने धारधार अभिनय से उन्होंने अपनी पहचान बनाई,फिल्म आंखों देखी (2015) और वध (2022) में अपने प्रदर्शन के लिए दो बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्मफेयर क्रिटिक्स अवार्ड जीता है।
सामान्य दर्शक के मध्य एक हास्य अभिनेता और प्रबुद्ध दर्शकों के मध्य कलात्मक सिनेमा मे बेहतरीन अभिनय से अपनी पहचान बनाई है…
अभी ओ टी टी प्लेटफार्म पर उनकी फ़िल्म आई थी ‘वध’, नीना गुप्ता के साथ जो केमिस्ट्री देखी तो ऐसा लगा की सचमुच अपने बेटे पर सारी कमाई खर्च कर चुके, क़र्ज़ मे डूब चुका निराश वृद्ध जोड़ा हो, जो मौन है किन्तु पीड़ा उनकी आँखो मे झलक रही है है
अधिकांश फ़िल्म मे वे हास्य कलाकार के रूप मे सामने आए , उनका एक बहु चर्चित इंटरव्यू यू ट्यूब मे उपलब्ध है, जिस मे वे आप को हँसाते गुदगुदाते अपने जीवन की यात्रा बताते है, ठेठ बनारसी अंदाज़। उनका बचपन बनारस मे बीता, तो बनारस के किस्से, बनारस के आम जन की जीवन शैली उनकी अंतर आत्मा तक समाई हुई है
यदि वध, मसान जैसी फिल्मे उन्हें मिलती रही तो निश्चित ही, भविष्य मे हम उनके अभिनय के नए रूप, अंदाज़ को देख पाएंगे
पर जो इस फ़िल्मी दुनियां मेअक्सर होता आया है , जिन के गॉड फादर नहीं होते उनकी आधी से ज्यादा ज़िन्दगी मौके की तलाश मे निकल जाती है
संजय मिश्रा जैसे प्रतिभाशाली भी इसी राह के पथिक है
ख़ैर आज उनके जन्मदिन पर शुभकामनायें और भविष्य मे बेहतरीन अभिनय की अपेक्षा
