शक्ति की आराधना के महापर्व नवरात्रि पर रास गरबा गुजरात की लोक संस्कृति है, जिसे पूरे उत्तर भारत ने अंगीकार कर लिया है। बिलासपुर में पहले केवल गुजराती समाज में ही रास गरबा और डांडिया का आयोजन किया जाता था लेकिन अब कई स्थानों पर अलग-अलग आयोजको द्वारा इस तरह के आयोजन किये जा रहे हैं, लेकिन इन सबमे नारी शक्ति टीम का आयोजन कई अर्थों में बिल्कुल अलग है।
पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी हिंदू रास गरबा महोत्सव का आयोजन नारी शक्ति टीम बिलासपुर द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर तिलक नगर प्रांगण में किया जा रहा है। नारी शक्ति टीम का मानना है कि रास गरबा विशुद्ध रूप से मा अम्बे की उपासना का पर्व है और इसमें केवल उन्हें ही शामिल होना चाहिए जिनकी श्रद्धा मां जगदंबे की पूजा अर्चना और आराधना के प्रति है , इसीलिए इस आयोजन में केवल हिंदू परिवारों को ही प्रवेश दिए जाने का नियम है। इसके लिए प्रवेश द्वार पर ही आधार कार्ड की जांच की जाएगी। सभी आगंतुकों को तिलक लगाकर, गंगाजल पिलाकर उनसे जय श्री राम का उद्घोष कराया जाएगा और ऐसा करने वालो को ही प्रवेश दिया जाएगा।
आयोजन तिथि 15 अक्टूबर को आयोजन स्थल सरस्वती शिशु मंदिर तिलक नगर बिलासपुर में दोपहर को रंगोली प्रतियोगिता और मेहंदी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा । 15 16 और 17 अक्टूबर को शाम 7:00 से 11:00 तक पूरी तरह भारतीय परंपरा के साथ यहां रास गरबा का आयोजन किया जाएगा, जिसकी तैयारी में नारी शक्ति टीम जुटी हुई है। चूंकि आयोजन समिति में नारी शक्ति की बहने शामिल है इसलिए उन्होंने भारतीय परंपरा, अनुशासन और शालीनता का पूरा ध्यान रखा है। नियमों में स्पष्ट किया गया है कि सभी प्रतिभागियों को यहां भारतीय पारंपरिक वेशभूषा में ही आना है। आयोजन स्थल में 1 से 5 वर्ष के बच्चों और 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों का प्रवेश निशुल्क रहेगा। सभी से आधार कार्ड साथ लेकर आने का आग्रह किया गया है। आयोजन समिति ने बताया कि आयोजन के दौरान कई विशेष कार्यक्रम भी होंगे, साथ ही प्रतिभागियों को पुरस्कार भी प्रदान किया जाएगा। आयोजन और प्रवेश के लिए आयोजक नारी शक्ति टीम बिलासपुर से 9424128953 पर संपर्क किया जा सकता है।