


भारत में जाति, उपजाति, वर्ग में बंटे समस्त सनातनी हिंदुओं को एक मंच पर लाकर उन्हें संगठित करने का पूरजोर प्रयास किया जा रहा है , क्योंकि अब हिंदू भी समझ चुके हैं कि संगठन में ही असली शक्ति है। अपना अस्तित्व बचाने हिंदुओं के पास संगठित होने और एक उद्देश्य के साथ लड़ने के अलावा कोई विकल्प शेष नहीं बचा है । लेकिन वर्तमान में बिखरे हुए हिंदू तभी संगठित होंगे जब उन्हें अपने गौरवशाली इतिहास और देश ,धर्म के प्रति अपना सर्वस्व बलिदान करने वाले महान वीर बलिदानियों की जानकारी होगी। ऐसे ही अमर बलिदानों का परिचय नई पीढ़ी से कराने और उनके शौर्य को नमन करने रविवार को बिलासपुर में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा शौर्य जागरण यात्रा निकाली गई ।

बिलासपुर के अलग-अलग चारो दिशाओं से मोटरसाइकिल के माध्यम से रैली निकालकर सनातनी छत्तीसगढ़ स्कूल पहुंचे, जहां आम सभा का आयोजन किया गया।
आजादी के बाद भारत का इतिहास लिखने के दौरान छल किया गया। हिंदू शूरवीर राजाओं और योद्धाओं की वीर गाथाओं को हाशिये पर डालकर आक्रांता मुगल और इस्लामिक विदेशी शासको को महिमा मंडित किया गया। यही कारण है कि नई पीढ़ी अपने असली इतिहास से अपरिचित है। ऐसे ही अनजान और गुमनाम शूरवीरों के सम्मान के लिए बिलासपुर में शौर्य यात्रा निकाली गई। अपने अमर बलिदानियों और हिंदुत्व के प्रती श्रद्धा जागृत करने के प्रयास में तोरवा गुरु नानक चौक, महामाया चौक सरकंडा, उसलापुर और चकरभाठा तिफरा क्षेत्र से अलग-अलग समूह में बाइक रैली निकालकर 10 हज़ार से अधिक सनातनी बजरंगी और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता आयोजन स्थल छत्तीसगढ़ स्कूल पहुंचे।

विश्व हिंदू परिषद के 60 साल पूर्ण होने अर्थात षष्ठी पूर्ति के रूप में यह आयोजन किया गया, देश के स्वतंत्रता सेनानी, अमर बलिदानी , भारत के सीमाओं पर अपना बलिदान देने वाले अमर सैनिकों और देश के भीतर भी नक्सलियों के साथ लोहा लेने वाले वीर सिपाहियों को श्रद्धांजलि देने के लिए इस यात्रा का आयोजन किया गया। दोपहर बाद छत्तीसगढ़ स्कूल में सभा का आयोजन किया गया जहां राष्ट्रीय संयोजक नीरज दनोरिया ने सनातनियों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज को दिग्भ्रमित करने के लिए झूठा इतिहास पढ़ाया जा रहा है। भारत में हिंदू राजाओं के शौर्य को छुपाने का ऐतिहासिक कुत्सित प्रयास हुआ है।

1900 से पहले की वीरगाथाओं को छलपूर्वक वामपंथियों और कूटनीति करने वाले पूर्व शिक्षा मंत्रियों ने जानबूझकर छुपाया। श्री दनोरिया ने सभी विहित और बजरंग दल कार्यकर्ताओ का आह्वान करते हुए कहा कि खंड प्रखंड तक जाकर ग्राम इकाई तक सभी सनातनियों को हिंदू राजाओं के बलिदान के बारे में जानकारी दें , ताकि आम जनमानस में भी देशभक्ति का संचार हो सके ।इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे समाजसेवी और व्यवसायी प्रवीण झा ने भी समाज में उपस्थित विकृतियों को दूर कर जात-पात के बंधनों से ऊपर उठकर एक हिंदू समाज की रचना करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर प्रांत मंत्री विभूतिभूषण पांडे ने विश्व हिंदू परिषद का प्रस्तावना रखा और पांच बिंदुओं में कार्यक्रम का उद्देश्य बताया। बजरंग दल के प्रांत संयोजक ऋषभ मिश्रा ने प्रत्येक हिंदू को जागृत होकर विधर्मियों के बढ़ते मनोबल से मुकाबला करने का आग्रह किया।

इस अवसर पर आरएसएस के सह संघ चालक डॉ विनोद तिवारी, विहिप के प्रांत उपाध्यक्ष डॉ ललित मखीजा , विहिप के जिला अध्यक्ष सौमित्र गुप्ता, संयोजक अंकुश ठाकुर आदि उपस्थित रहे । कार्यक्रम में बिलासपुर विभाग के सभी जिलों ने बढ़कर हिस्सा लेने वाले एवं बिलासपुर के सभी 13 प्रखंडों ने अपना योगदान दिया।

इससे पहले अलग-अलग दिशाओं से आने वाली यात्राओं का जगह-जगह अलग-अलग संगठन एवं व्यक्तियों द्वारा स्वागत किया गया , जिसमें व्यवसायी, आरएसएस, भारतीय जनता पार्टी, हिंदू जागरण मंच , धर्म जागरण समन्वय, भारतीय मजदूर संघ, वंदे मातरम मित्र मंडल, जय वंदे मातरम संगठन और अनुषांगिक संगठन मौजूद रहे । कार्यक्रम को सफल बनाने में स्वयंसेवक संघ के विभाग संघ चालक प्रदीप देशपांडे, विधायक रजनीश सिंह ,विधायक डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी, बृजेंद्र शुक्ला, महेंद्र जैन , नामदेव कुमावत और विशाल संख्या में कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही।