नवल वर्मा
राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर शांति कबड्डी संघ तोरवा द्वारा अरपा पुल छठ घाट के सामने एक दिवसीय नगर एवं वार्ड जूनियर स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
प्रो कबड्डी के बाद से ही भारतीय देसी खेल कबड्डी को लेकर दर्शकों और खिलाड़ियों में गजब का उत्साह देखा जा रहा है। खासकर तोरवा क्षेत्र में आरम्भ से ही कबड्डी को लेकर खासा रुझान रहा है। यहां नियमित रूप से कबड्डी प्रतियोगिताओ का आयोजन किया जाता रहा है।
हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती पर शांति कबड्डी संघ तोरवा द्वारा आयोजित जूनियर कबड्डी प्रतियोगिता में करीब 64 टीमों ने हिस्सा लिया। सुबह से लेकर देर रात तक यहां लगातार मुकाबले होते रहे। यहां यह भ्रम भी टूटा कि केवल क्रिकेट को ही दर्शक मिलते हैं। यहां बिना पलक झपकाये छोटे-बड़े हर उम्र के दर्शक एक के बाद एक हो रहे मुकाबले के गवाह बने।
दोपहर में हुई बारिश से से बना कीचड़ भी व्यवधान उत्पन्न नही कर पाया। मिट्टी के मैदान में खेले गए प्रतियोगिता में आसपास के गांव से पहुंचे टीम के खिलाड़ी अपनी खेल प्रतिभा से दर्शकों की वाह वाही लूटते रहे। रेडर ओर कैचर के बीच अपनी अपनी टीम के लिए अंक जुटाने का दिलचस्प संघर्ष सुबह 9:00 बजे से आरंभ होकर देर रात तक चला।
प्रतियोगिता में खिलाड़ियों के लिए बेहद आकर्षक पुरस्कार भी रखे गए थे। प्रथम पुरस्कार के तौर पर पूर्व पार्षद एवं भाजपा झोपड़ी झुकी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष पल्लव धर द्वारा 2100 रुपये नगद के साथ कप प्रदान किया गया। द्वितीय पुरस्कार के तौर पर ₹1500 नगद और कप राम रजक के सौजन्य से, तृतीय पुरस्कार ₹1100 और कप अशोक यादव के सौजन्य से और चतुर्थ पुरस्कार ₹500 नगद राशि एवं कप जयप्रकाश पटेल के सौजन्य से प्रदान किया गया। इसके अलावा बेस्ट रेडर, बेस्ट कैचर, मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज का भी नगद पुरस्कार एवं मेडल विजेताओं को प्रदान किया गया।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि तोरवा थाना प्रभारी कमला पुसाम ठाकुर के अलावा पार्षद अब्दुल खान, मोती गंगवानी, लक्ष्मी यादव , संध्या तिवारी, संतोष पटेल नेतराम सैनिक, पल्लव धर और नवल वर्मा मौजूद रहे ।
आयोजन के दौरान रेफरी के तौर पर सुंदरलाल भार्गव, राजू पटेल, जितेंद्र सराफ, ओमप्रकाश जायसवाल, बसंत पटेल बखूबी अपनी भूमिका निभाते नजर आए । तो वही शांति कबड्डी संघ के अध्यक्ष महेंद्र यादव के साथ उनकी टीम में शामिल प्रवीण तरुण, अशोक यादव, शिव यादव , उद्घोषक जानी निषाद, दीपू सूर्यवंशी, अरुण दास मानिकपुरी आदि भी पूरे समय जुटे रहे। क्षेत्र के दर्शकों ने खेल दिवस पर एक यादगार प्रतियोगिता का देर रात तक लुत्फ लिया।