गांव में भूत भगाने के नाम पर मासूम महिला को टोनही बता कर प्रताड़ित करने के मामले में दो बैगाओं समेत 7 आरोपी गिरफ्तार

21वीं सदी में भारत चांद और सूरज तक जा पहुंचा है लेकिन आज भी छत्तीसगढ़ के गांव में तंत्र-मंत्र, झाड़ फूंक और टोनही प्रथा को मानने वाले मौजूद है, जिनकी वजह से सभ्य समाज को शर्मिंदा होना पड़ता है। ऐसा ही एक मामला मस्तूरी थाने में दर्ज हुआ, जिसे गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने दो बैगा समेत कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया है।
गांव में आज भी बीमार पड़ने पर लोग डॉक्टर नहीं बैगा को प्राथमिकता देते है। बीमारी की वजह शारीरिक व्याधि नहीं तंत्र-मंत्र और टोना टोटका हुआ करता है। ऐसी धारणा लाख कोशिशों के बावजूद लोगों के दिमाग से नहीं निकल रही। इसी अंधविश्वास की शिकार हो गई मस्तूरी थाना क्षेत्र के गांव भदौरा में रहने वाली भूरी बाई। जिसे टोनही बता कर उसके चेहरे, सीने और शरीर की अन्य अंगों को दागा गया। आरोप लगाया गया कि वह लोगों के घरों में भूत भेजती है। घटना को अंजाम देने के बाद केजउ राठौर और उसके परिजन बैगाओं के साथ फरार हो गए थे, जिनकी तलाश पुलिस की टीम लगातार कोरबा, जांजगीर और रायगढ़ में कर रही थी। आखिरकार पुलिस को यह सभी बाल्को में मिले तो वही आरोपी बैगा को पुलिस ने जांजगीर चाम्पा से हिरासत में लिया, जिससे पूरे मामले का खुलासा हुआ।

केजउ राठौर की बेटी और बहू बीमार थी, जिनका इलाज डॉक्टर से कराने की बजाय उस अंधविश्वासी ने अपने दामाद संतोष राठौड़ को बैगा बुलाने के लिए बोला। मूर्ख संतोष राठौड़ भी अपने पहचान के देवी प्रसाद और धर्मा बैगा को लेकर ग्राम भदौरा झारफूंक करने पहुंचा। हमेशा की तरह ग्राम भदौरा में भी केजउ राठौर के घर में बैगाओ द्वारा झारफूंक के नाम पर ढोंग आरंभ हो गया। अलग-अलग कर्मकांड, मंत्र के नाम पर परिवार को भ्रमित किया जाने लगा। इन लोगों ने भूत भगाने का भी ड्रामा किया। सभी को झांसे में लेते हुए बताया गया कि एक बार फिर से रात में भूत भगाया जाएगा।
रात में सब को इकट्ठा करके पूजा पाठ के नाम पर ढेर सारा सामान मंगाया गया, जिसमें केजउ का बेटा, उसके समाधि और दोनों दामाद भी शामिल थे । इसी नौटंकी के दौरान बैगाओं ने गांव में रहने वाली बुजुर्ग महिला भूरी बाई को घसीटते हुए लाया और उसे टोनही करार देकर उसके साथ मारपीट गई की गई । लोगों को बताया गया की भूरी बाई ही राठौर परिवार में भूत भेज कर सबको बीमार कर रही है। इसके बाद हंसिया गर्म कर उसके हाथ पैर और शरीर में दागा गया। जब वह अधमरी हो गई तो उसे छोड़ दिया गया। फिर सबको एहसास हुआ कि उनसे अपराध हुआ है, इसलिए पुलिस के डर से सब भाग खड़े हुए। इसकी शिकायत जब भूरी बाई के बेटे ने थाने में की तो पुलिस के भी होश उड़ गए। आनन फानन में आरोपियों की तलाश शुरू हुई।

इनकी हुई गिरफ्तारी

01. केजउ राठौर पिता स्व0 विजय राठौर उम्र 56 साल साकिन भदौरा भांठापारा थाना मस्तूरी
02 सुरेश उर्फ रीतू राठौर पिता .केजउ राठौर उम्र 28 साल साकिन भदौरा भांठापारा थाना  मस्तूरी
03 रवि उर्फ लल्ला उर्फ दद्दू  राठौर पिता रामकुमार उम्र 23 साल साकिन धारा शिव थाना पामगढ़ जिला जांजगीर-’चांपा
04..संतोष राठौर पिता स्व0धनसाय राठौर उम्र 38 साल साकिन पुरानी बस्ती वार्ड क्र0 12 जांजगीर थाना जांजगीर जिला जांजगीर-’चांपा

05.देवी कहरा पिता स्व0मंगलूराम उम्र 48 साल साकिन ठाकुर देव मंदिर के पास भीमा तालाब जांजगीर थाना जांजगीर जिला जांजगीर-’चांपा

06..धरम कहरा पिता गौतम कहरा उम्र 45 साल साकिन किकिरदा थाना बिर्रा हाल पुरानी बस्ती जांजगीर थाना जांजगीर जिला जांजगीर-’चांपा

07 बिशाल नाथ राठौर पिता गोपालाराम उम्र 48 साल साकिन हालाहुली अटल चौक थाना खरसिया जिला-रायगढ़ (छ0ग0

पुलिस ने भी ग्रामीणों से अपील की है कि इस तरह के अंधविश्वास और किसी के बहकावे में आकर अपराध को अंजाम न दे। छत्तीसगढ़ में टोनही प्रथम निवारण अधिनियम के तहत सख्त कानून है। इस तरह की बातों पर विश्वास करने वालों को सजा हो सकती है।

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