
कैलाश यादव

भोले भाले लोगों को तरह-तरह का प्रलोभन देकर उनके नाम से बैंक खाते खुलवाए जाते हैं , फिर इन खातों का इस्तेमाल ऑनलाइन जुआ सट्टा के लिए किया जाता है। इतना ही नहीं इन खाता नंबरों से यूपीआई ट्रांजैक्शन के लिए भी सांठगांठ कर मोबाइल सिम हासिल किया जाता है। ऐसे ही एक मामले में कोटा पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
कोटा थाने में 25 अगस्त को पीपर खूंटी निवासी नरोत्तम विश्वकर्मा ने शिकायत दर्ज कराया था कि ग्राम खेरझिटी निवासी सुरेश नवरंग चार-पांच माह पूर्व उनके गांव आया था और एचडीएफसी बैंक में खाता खुलवाने पर ₹10,000 देने का प्रलोभन दिया था। घर की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने से नरोत्तम विश्वकर्मा, सुरेश नवरंग के झांसे में आ गया और उसने अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि दे दिया। बाद में पता चला कि सुरेश नवरंग, राहुल वाधवानी और उसके साथी उस खाते का इस्तेमाल ऑनलाइन जुआ सट्टा के लिए कर रहे हैं।

कोटा पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की जांच की तो पता चला कि आरोपी महादेव, अन्ना रेड्डी के माध्यम से ऑनलाइन जुआ खिला रहे हैं, जिसके लिए ऐसे ही ना जाने कितने खातों का इस्तेमाल किया जा रहा है। पुलिस ने इस मामले में सिंधी कॉलोनी जरहाभाटा निवासी राहुल वाधवानी, बरद्वार कोटा निवासी पारथ साहू ,पीपल खूंटी कोटा निवासी वासुदेव खुसरो और खैरझिंटी कोटा निवासी सुरेश नवरंग को गिरफ्तार किया। इसके साथ ही पुलिस ने इन खातों से होने वाले ऑनलाइन 2 करोड रुपए बैंक अकाउंट में सीज करवाए हैं और आरोपियों के पास से 50 नग बैंक खाता, 40 नग एटीएम कार्ड, चार नग मोबाइल और नगद 25,000 रुपए बरामद किए गए। पता चला कि आरोपी बैंक के अधिकारी और कर्मचारियों के साथ सांठगांठ कर लोगों को ट्रेडिंग का बहाना कर फर्जी बैंक खाता खुलवाते थे, जिनका उपयोग ऑनलाइन सट्टा में किया जाता था। ऐसे 50 से अधिक अकाउंट की पहचान हुई है। इन फर्जी अकाउंट में यूपीआई चालू करने के लिए कुछ मोबाइल वालों से भी मिलकर फर्जी सिम कार्ड हासिल किया जाता था। पुलिस ने आम लोगों से भी अपील की है कि वे लालच में आकर ऐसे लोगों के बहकावे में ना आए, अन्यथा वे भी कानूनी उलझन में पड़ सकते हैं।
