

कैलाश यादव

बिलासपुर में एक चौकाने वाला मामला प्रकाश में आया है। यूं तो राजनीति में प्रतिस्पर्धा कोई नई बात नहीं है। चुनाव में मिली सफलता व्यक्ति को फर्श से अर्श तक पहुंचा देता है ।यही कारण है की सफलता पाने के लिए लोग साम, दाम, दंड ,भेद सभी नीतियों का पालन करते हैं ।
आगामी विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन हेतु कांग्रेस ने अपने पैमाने तय किये है, जिसके लिए ब्लॉक के माध्यम से दावेदारों के आवेदन लिए गए। लेकिन कांग्रेस नेत्री को पता नहीं था कि उनके लिए दावेदारी करना मुसीबत का सबब बन जाएगा। छत्तीसगढ़ में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 17 से 22 अगस्त तक सभी विधानसभाओं के लिए ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के समक्ष आवेदन पत्र प्रस्तुत किए गए। बिलासपुर महिला ग्रामीण जिला अध्यक्ष और वार्ड क्रमांक 21 की पार्षद ने भी आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि पर मस्तूरी और बिलासपुर विधानसभा से दावेदारी पेश की है।

पता नहीं उनके किस प्रतिस्पर्धी को यह बात नागवार गुजरी।
मस्तूरी और बिलासपुर से विधायक के लिए दावेदारी करने वाली महिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण जिला अध्यक्ष सीमा घृतेश ने सिविल लाइन थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज करते हुए दावा किया कि उनके द्वारा दावेदारी किए जाने के बाद उन्हें डराने के लिए बीते दिनों उनके पास अनजान नंबर 9993171627 से फोन आया था । फोन करने वाले ने उन्हें बाकायदा धमकी दी है । सीमा घृतेश का कहना है कि जब वह महंत बाड़ा गई थी उसी वक्त उनके पास अनजान नंबर से उनके मोबाइल पर एक फोन आया। फोन करने वाले ने बाकायदा धमकाते हुए कहा कि वह जेल से बोल रहा है और सीमा को धमकाते हुए कहा कि तुम्हें बड़ा शौक है , चुनाव लड़ने का तो मुझे बताओ, मैं तुम्हें चुनाव लड़वाता हूं और जीत के दिखाता हूं । वार्ड क्रमांक 21 की पार्षद और महिला ग्रामीण जिला अध्यक्ष ने इसके बाद अपने समर्थकों के साथ सिविल लाइन थाने में पहुंचकर शिकायत की है। सिविल लाइन पुलिस पूरे मामले को संज्ञान में लेकर जांच कर रही है।

सीमा घृतेश का कहना है कि इस फोन कॉल से वह बुरी तरह डर गई है। फोन करने वाले ने कहा कि वह एक नंबर बोल रहा है, जिसको नोट कर लो। वह तुमको विधायक बनाएगा। इसके अलावा भी उसने फोन पर महिला के साथ अभद्रता की। पूछने पर उसने बताया कि वह जेल से बोल रहा है । कथित रूप से जेल से मिली धमकी के बाद से सीमा डरी सहमी हुई है और उसे अपनी जान का भी खतरा है। एक जनप्रतिनिधि और कांग्रेस नेत्री को इस तरह से फोन पर कथित रूप से जेल से धमकी देने का मामला चौंकाने वाला है।
इस मामले में सबसे बड़ा चौकाने वाला पक्ष यह है कि धमकाने वाला ने कहा कि वह जेल से बोल रहा है। कहने को तो जेल में जैमर लगा हुआ है और वहां के कैदियों के पास मोबाइल होने का सवाल ही नहीं उठता, लेकिन पिछले कुछ समय में यह बात बार-बार रह रहकर सामने आ रही है कि जेल से कुछ लोगों को धमकी भरे फोन आ रहे हैं । फोन करने वाले बाकायदा कह रहे हैं कि वे जेल से फोन कर रहे हैं और लोगों से फिरौती मांगी जा रही है या फिर अन्य किसी मामले में उन्हें धमकाया जा रहा है, अगर यह आरोप सच है तो फिर यह चौंकाने वाला मामला होगा। बिलासपुर में पहली बार इस तरह का मामला पुलिस के पास आने के बाद मुमकिन है कि इसकी गहराई से पड़ताल हो, जिससे कि सच्चाई उजागर हो। संभव है कि कुछ लोग जेल से फोन करने की झूठी धमकी दे रहे हो और अगर यह बात सच हुई तो फिर इसकी गहरी पड़ताल जरूरी है कि इसके पीछे कौन लोग है। इधर सीमा घृतेश का कहना है कि कांग्रेस पार्टी में लोकतंत्र है और पार्टी में लोकतांत्रिक तरीके से प्रत्याशी का चुनाव होना है। ऐसे में उनकी दावेदारी पर धमकी भरा फोन आने से उनके प्रतिस्पर्धियों पर भी संदेह गहरा रहा है जो पार्टी की छवि के लिए कतई ठीक नहीं है।