बिलासपुर में प्रेम प्रसंग के चलते डबल मर्डर, जानिए आखिर क्यों बदमाशों ने अपने ही साथी को भी उतारा मौत के घाट

कैलाश यादव

हत्यारे
राजेश

प्रेम प्रसंग के चलते बदमाशो ने एक युवक की हत्या कर दी, फिर अपना गुनाह अपने ही साथी के सेर लेने को मजबूर किया। जब वह नहीं माना तो उसे भी मौत के घाट उतार दिया।


तिलक नगर चांटापारा में रहने वाला 23 वर्षीय राजेश रावत बिलासपुर तहसील ऑफिस के साइकिल स्टैंड में काम करता है, जिसका सरकंडा के इमलीभांठा में रहने वाली एक लड़की से अफेयर था। दोनों मोबाइल में लगातार बात करते थे और वह अक्सर मिलने अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने इमलीभाठा भी जाता था। लेकिन मोहल्ले के ही कुछ बदमाश युवकों को यह बात गवारा नहीं थी। बुधवार देर रात भी राजेश अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने बाइक पर सवार होकर इमलीभांठा गया था, जहां खड़े कुछ लड़कों ने उसे घेर लिया और लड़की के साथ उसका अफेयर होने की बात पर विवाद करने लगे। बातचीत गाली गलौज से बढ़कर मारपीट तक जा पहुंची। बदमाशों की संख्या अधिक थी, इसे देखकर राजेश रावत ने मोटरसाइकिल छोड़कर भागने का प्रयास किया, लेकिन उन लोगों ने राजेश को घेर कर चाकू से उसे पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया।


पुलिस को जानकारी हुई तो पुलिस रात में ही घटना स्थल पहुंच गई और जानकारी जुटाई तो पता चला कि मोहल्ले में कई नशेड़ी युवक बैठे रहते हैं, जिन पर ही वारदात को अंजाम देने का शक किया गया। पुलिस ने रात में ही 6 लोगों को दबोच लिया।

घटना को अंजाम देने के बाद बदमाशों के सरगना और मुख्य आरोपी बड़का यादव को लगा कि वह हत्या के आरोप में फंस जाएगा इसलिए उसने अपने ही साथी नानदाऊ को घटना की जिम्मेदारी लेने के लिए कहा। बड़का, नानदाऊ पर दबाव बनाने लगा, लेकिन नानदाऊ ने हत्या की जिम्मेदारी अपने सर लेने से मना कर दिया। इससे बड़का यादव भड़क गया और उसने अपने ही साथी नानदाऊ पर भी धारदार हथियार से वार कर दिया। घायल होने के बावजूद नानदाऊ वहां से भाग खड़ा हुआ।

इधर पुलिस ने रात में ही मुख्य आरोपी बड़का यादव सहित राममोहन बंजारे, रमजान खान, गौतम सारथी उर्फ गप्पी को इमली भाठा अटल आवास से गिरफ्तार कर लिया, लेकिन उनका साथी नानदाऊ गायब था। इधर राजेश रावत का मोबाइल नानदाऊ अपने साथ ले गया था। पुलिस ने मोबाइल नंबर ट्रेस किया और वह उस जगह पहुंच गई जहां मोबाइल मौजूद था। घटना स्थल से कुछ दूरी पर ही पुलिस को झाड़ियां में नानदाऊ की भी लाश मिली।

असल में बड़का यादव के हमले में नानदाऊ बुरी तरह घायल हो गया था, जिसने कुछ दूरी पर जाकर दम तोड़ दिया। उसके पास मृतक राजेश रावत का मोबाइल था , जिसे तलाशते हुए पुलिस उस तक पहुंच गई। फिर पता चला कि बदमाशों ने एक नहीं दो युवकों की जान ली थी, जिसमें से एक तो उनका साथी ही था। पुलिस ने इस मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

हत्यारो का साथी

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