

भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सुर्या ने आरोप लगाया है कि प्रदेश में, खासकर मस्तूरी विधानसभा में सरकार की रोका छेका योजना पूरी तरह से असफल है । उन्होंने इस मामले में ग्रामीणों के साथ अनुविभागीय अधिकारी, मस्तूरी को ज्ञापन सौंपकर घुमंतू मवेशियों की व्यवस्था करने का निवेदन किया है।
आरोप है कि ग्राम पंचायत रैलहा, जनपद पंचायत मस्तूरी के आसपास के गांव से करीब 300 गोवंश को रैलहा की ओर खदेड़ दिया गया है। गांव में 300 से अधिक गाय और बैल को छोड़ दिया जाने से किसानों की फसल बर्बाद हो रही है, इसलिए इन घुमंतू पशुओ की देखरेख और इन्हें गोठान पहुचाने की मांग की गई है।

इस दौरान चंद्र प्रकाश सूर्य ने बताया कि मस्तूरी विधानसभा के किसान अपनी फसल की सुरक्षा को लेकर अत्यंत चिंतित है। आसपास के गांव से रैलहा में गौवंश को छोड़ दिये जाने से उनके द्वारा किसानों की फसल को बर्बाद किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कांग्रेस की गोठान योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि कहां है सरकार की रोका छेका योजना और कहां है सरकारी गौठान ? उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार की सभी योजनाएं सिर्फ कागजों पर है, धरातल पर नहीं। उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया जब 2 महीने पहले भाजपा के नेता गौठान की कमियों को उजागर कर रहे थे तो सरकार में बैठे मंत्री और मुख्यमंत्री भाजपाइयों पर व्यंग कस रहे थे, लेकिन आज गौतहनो में मौजूद समस्या सबके सामने है। गौठान में गायों के बैठने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे कि उन्हें वहां रखा जा सके। गायों के चारा पानी की भी व्यवस्था न होने से गोवंश या तो सड़क पर है या फिर खेतों में ।
उन्होंने कहा कि अगर सरकारी योजना के तहत गोठान व्यवस्थित होते तो आज किसानों को यूं परेशान नहीं होना पड़ता। तो वही सरकार की रोका छेका योजना को भी उन्होंने पूरी तरह नाकाम बताया। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि इस बार किसानों ने खेत में धान बोया था, लेकिन वे अब आगामी चुनाव में कांग्रेस के लिए धनिया बोने के लिए तैयार है।

