बिलासपुर, कलेक्टर अवनीश शरण ने अधिकारियों की बैठक लेकर धान खरीदी अभियान की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि धान खरीदी केन्द्र किसी भी हालत में बंद नहीं होने चाहिए। केन्द्र में धान के उठाव कार्य में तेजी लाया जाये। वर्तमान धीमी प्रगति पर उन्होंने जिला विपणन अधिकारी पर नाराजगी जाहिर की। अभी की रिपोर्ट के अनुसार कुल खरीदी का लगभग 10 फीसदी ही उठाव हुआ है। बताया गया कि जिले में 2.36 लाख मीटरिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है। बारदाना की उपलब्धता, भुगतान, तौल आदि किसी भी कार्य में दिक्कत नहीं है। जिले में 133 मिलर्स ने कस्टम मिलिंग के लिए पंजीयन कराये हैं। इनमें से केवल 48 मिलर्स ने समितियों से उठाव शुरू किये हैं। कलेक्टर ने पंजीकृत सभी मिलर्स को उठाव करने के कड़े निर्देश दिए हैं। बैठक में जिला खाद्य अधिकारी अनुराग भदौरिया, उपायुक्त सहकारिता अंजु पाण्डेय, डीएमओ शंभु कुमार गुप्ता, सीईओ जिला सहकारी बैंक सुनील सोढ़ी, उप संचालक कृषि डी हथेश्वर, नान के जीएम श्री तिवारी उपस्थित थे।
सहकारी समितियों का निरीक्षण लगातार जारी,अमानक बीज मिलने पर भंडारण और विक्रय पर लगा प्रतिबंध
किसानों को गुणवत्तायुक्त कृषि आदान की उपलब्धता सुनिश्चित करने जिले में पदस्थ निरीक्षकों द्वारा सहकारी संस्थानों का सतत निरीक्षण एवं भंडारित आदानों का विधिवत नमूना लिया जाकर विश्लेषण हेतु शासन द्वारा अधिकृत प्रयोगशाला में भेजा जाता है। इसी कड़ी में सहकारी समिति घुरू से 20.00 क्विंटल गेंहू बीज, सहकारी समिति टिकारी से 13.40 क्विंटल गेंहू बीज, सहकारी समिति रानीगांव में 5.60 क्विंटल गेंहू बीज एवं सहकारी समिति कोटा में 73.20 क्विंटल चना अमानक पाए गए। इन बीजों का नमूना लेकर छत्तीसगढ़ राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था कृषक संस्थान रायपुर में प्रशिक्षण किया गया, जिसमें ये बीज अमानक पाए गए। विश्लेषण परिणाम प्राप्त होने के बाद अमानक मिले कुल 112.2 क्विंटल गेंहू एवं चना बीज बैच/लॉट के विक्रय पर उप संचालक कृषि श्री पी.डी. हथेश्वर ने बीज गुण नियंत्रण 1983 के प्रावधान अनुसार खण्ड (11) में प्रदत्त अधिकारों का उपयोग करते हुए गेंहू बीज भण्डारण एवं विक्रय पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाया गया।