

आकाश दत्त मिश्रा

साइबर ठग किस कदर दुःसाहसी हो चुके हैं इसकी मिसाल बिलासपुर में देखी जा सकती है। साइबर ठगों ने बाकायदा फेसबुक पर बिलासपुर एसपी संतोष सिंह की आईडी बनाई हुई है। इसी आईडी से लोगों को ठगने का प्रयास किया जा रहा। बिलासपुर में रहने वाले मनीष पाठक भारतवर्ष ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी है कि उन्हें फेसबुक फ्रेंड बनकर बिलासपुर एसपी संतोष सिंह के फर्जी आईडी से मैसेंजर पर संदेश भेजा गया, जिसमें उनका नंबर मांगते हुए कहा गया कि एसपी के कथित दोस्त सुमित कुमार सीआरपीएफ कैंप में है जिनका ट्रांसफर हो गया है इसलिए बहुत कम कीमत में वे अपने फर्नीचर और अन्य सामान बेचना चाहते हैं ।

ठगी का यह तरीका बेहद प्रचलित है, जिसमें सैनिक या अर्धसैनिक के नाम पर लोगों को झांसे में लेकर उनसे रकम ट्रांसफर कराई जाती है और फिर उनका बैंक खाता खाली कर दिया जाता है, लेकिन इस बार तो ठगों ने बाकायदा बिलासपुर एचपी का ही फर्जी अकाउंट बना लिया है, जिसके सहारे वे इस तरह की ठगी का प्रयास कर रहे हैं। जाहिर है किसी भी आम आदमी के पास जब एसपी का मैसेज आएगा और उनके द्वारा मोबाइल नंबर मांगा जाएगा तो आसानी से वो अपना नंबर दे भी देगा। यह भी संभव है कि फर्जी आईडी के पीछे बैठे ठग की बात भी मान कर वो ठगी का शिकार हो जाए ।
लोगों की तस्वीर और जानकारी लेकर बनाये गए इस तरह के फर्जी फेसबुक अकाउंट की भरमार है जिसके सहारे आम लोगों को ठगने का प्रयास किया जाता है। अक्सर फर्जी आईडी से परिचितों को ही मैसेज किया जाता है, जिसके वे झांसे में आ जाते हैं। इस बार तो ठगो ने सारी हदें पार कर दी उन्होंने मधुमक्खी के छत्ते पर ही पत्थर दे मारा है। ज़ाहिर है पुलिस कप्तान के नाम से किए जा रहे हैं इस फर्जीवाड़े को पुलिस गंभीरता से लेगी ।आमतौर पर इस तरह के ठग अक्सर झारखंड, राजस्थान दिल्ली और बंगाल के क्षेत्र से ऑपरेट करते हैं, जिन्हें पकड़ पाना आसान भी नहीं होता। वैसे पुलिस विभाग द्वारा इसे लेकर आम लोगों को सचेत करने की आवश्यकता है ताकि वे एसपी के नाम से भ्रमित ना हो। आपको शायद जानकर हैरानी होगी कि इस फर्जी फेसबुक आईडी के भी 1.5 k फॉलोअर है।


