राज्य सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना गौठान और गोबर खरीदी में भारी भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए बेलतरा विधायक रजनीश कुमार सिंह ने इसकी तुलना बिहार में हुए चारा घोटाले से कर दी विधानसभा के मानसून सत्र में भी भाजपा ने इस मुद्दे को जोर शोर से उठाया जिस पर बचाव करते हुए कृषि मंत्री ताम्रध्वज साहू घिरते हुए नजर आए थे वे अपने जवाब से विपक्ष को संतुष्ट करने में असफल रहे आज इसी मुद्दे पर हमला तेज करते हुए मुख्य विपक्षी दल भाजपा के विधायक रजनीश सिंह ने कहा कि गौठान निर्माण और उसके रख रखाव में १३०० करोड़ के भ्रष्टाचार हुए हैं इसी तरह गोबर खरीदी में भी ४२९ करोड़ का घोटाले किए गए हैं सरकार के पास इसका कोई जवाब नहीं है उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा पटल पर कृषिमंत्री ने खुद स्वीकार किया है कि ४२९ करोड़ गोबर भुगतान के एवज में महज १७ करोड़ रूपए मूल्य की बर्मी कंपोस्ट की बिक्री की गई है ऐसे में हमारा आरोप है कि शेष बचे ४२९ करोड़ रुपए के गोबर उत्पादों का क्या हुआ वे कहा है कौन सी स्थिति में हैं ? उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश के ९७९० गौठानो में से ३९९० गौठानों का भौतिक सत्यापन किया है जिसमे पाया कि किसी भी गौठानो में ना गाय है और ना ही गोबर है गौठनो में भारी बद इंतेजामी के हालात है इसी बदहाली के कारण अक्तूबर २०२२ में सिर्फ तीन गौठानो में १५० गौउवंशो की मृत्यु हो गई स्वयं मुख्यमंत्री जी के विधानसभा क्षेत्र अचानकपुर गौठान में २५ गौवंशो की हत्या हो गई आदर्श गौठान सचादुर में हिस्ट्रीशीटर गौ तस्करों ने ४०- ५० गौवंश चुरा कर ले गए इधर सरकार २ रुपए में गोबर खरीद रही उधर १० रुपए में घटिया खाद खरीदने किसानों को मजबूर कर रही