कार्यकर्ता सम्मेलन में अमर अग्रवाल ने पूर्वी मंडल के कार्यकर्ताओं को किया संबोधित, कहा मेरे समय अपराधियों के थे हौसले पस्त

बिलासपुर का आम नागरिक आज अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा है, वह भयाक्रांत है कि, कब उनकी जमीन दूसरे के नाम पर न हो जाये। कांग्रेस नेताओं के संरक्षण में यह कार्य धड़ल्ले से हो रहा है। पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल आज यहां बिलासपुर पूर्वी मण्डल के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उक्त बाते कहीं। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस नेताओं द्वारा जमीन हथिया लिये जाने की वजह से लोग आत्महत्या कर लेते है, किन्तु पीड़ित पक्ष की ओर से रिपोर्ट नहीं लिखी जाती। चारो ओर भ्रष्टाचार का बोलबाला है। केन्द्र सरकार द्वारा दी गई 4 हजार करोड़ की राशि से स्मार्ट सिटी का काम नहीं हो रहा हैं केवल नाला निमाण किया जा रहा है, जिसमें 90 प्रतिशत् राशि भ्रष्टाचार में जा रहा है।

श्री अग्रवाल ने कहा कि, आज अरपा का अस्तित्व खतरे में है, नदियों का अस्तित्व रेत से होता है, लेकिन अरपा से रेत का अवैध उत्खनन कर उसे जगह- जगह कुंआ बना दिया गया है। अब यह कुंआ मौत का कुंआ बन गया है, जहां हमारी तीन बहने सेंदरी में डूब गई। उनकी मौत का जिम्मेदार कौन है और ऐसे लोगो के विरूद्ध हत्या का केस दर्ज किया जाना चाहिए। राज्य सरकार पूरी तरह आकंठ तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। कानून व्यवस्था परी तरह ठप हो गई है। अपराधियों के हौसले बुलंद है, लोग चौक चौराहो में तलवारो से केक काट करे है, खुले आम चाकू लकर घुम रहे है और उन्हें किसी पर भी हमला करने देर नहीं लगती। मॉ-बाप अपने बच्चों को लेकर चिंतित रहते है। उन्हें आगाह करते रहते है कि, बेटा रात 9 बजे तक हर हाल में घर लौट आना। लोगों की संपत्ति हड़पने में माहिर सारे डकैत यहीं है, लेकिन जब मैं 15 वर्षो तक विधायक और मंत्री रहा तब किसी माई के लाल की हिम्मत नहीं थी कि, दूसरे की संपत्ति को हड़प ले या अपने नाम करा लें। तलवार और चाकू चलाने का साहस भी किसी ने नहीं था। जब नेतृत्व कमजोर होता है, जब इस प्रकार की वारदात होती है और इनमें इतनी शक्ति भी नहीं है कि, हो रहे आपराधिक घटनाओं पर नियंत्रण लगा पाये और किसी पीड़ित को उचित न्याय दिला पायें। श्री अग्रवाल ने कहा कि, केवल बिलासपुर ही नहीं पूरा छत्तीसगढ़ विकास के नाम पर शुन्य है। बघेल सरकार राज्य में आमदनी बढ़ा कर नहीं, कर्जा लेकर कर्मचारियों को पैसे दे रही है, और लोगों को कर्ज में लाद रही है। आज प्रदेश में कोई भी कार्य बिना पैसे के नहीं होता, सीमांकन, नामांकन आय प्रमाण पत्र जैसे अन्य कार्यो के लिए लोग पैसे देने के बाद भी चक्कर लगाते रहते है। उन्होंने कहा कि, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कर्मचारियों के प्रति कोई संवेदना नहीं है, इसलिए चुनाव को ध्यान में रखते हुए अब उनके आवास भत्त एवं डी.ए. में बढ़ोत्तरी की है, जो कि कर्मचारियों का हक है। 31 महिने तक कर्मचारियों के डी.ए., आवास का भुगतान नहीं किया। किसी वजह से प्रदेश के 5 लाख कर्मचारी हड़ताल पर रहें। इसमें न्यायिक कर्मचारी संघ भी शामिल रहा जो छत्तीसगढ़ के इतिहास की सबसे बड़ी हड़ताल रहीं। ये कर्मचारी 31 माह तक 17 प्रतिशत् डी.ए. में काम करते रहे, जबकि केन्द्र व अन्य राज्यों में डी.ए. 34 प्रतिशत् था। यदि इसके एरियर्स की राशि देते, तो कर्मचारियों को 5 हजार करोड़ देना पड़ता। इस प्रकार से औसतन प्रत्येक कर्मचारियों को एक लाख रूप्ये का नुकसान उठाना पड़ा। इसके बावजूद केन्द्र के समान आवास भत्ता नहीं दिया गया। इससे सैकड़ो करोड़ का नुकसान कर्मचारियों को उठाना पड़ा।

कार्यक्रम में स्वागत भाषण प्रवीर सेन गुप्ता ने दिया, कार्यक्रम की प्रस्तावना भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत ने किया। कार्यक्रम का संचालन उदय मजुदार ने किया तथा कार्यक्रम में आभार व्यक्त शेखर पाल ने किया। उक्त कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सुरेन्द्र गुम्बर, प्रवीर सेन गुप्ता, पूजा विधानी, उदय मजुमदार, अशोक विधानी, कृष्णा रजक, मोती गंगवानी, शेखर पाल, वल्लभ राव, जयश्री चौकसे, दीपक सिंह, रजनी यादव, लोकेश्वरी राठौर, बबीता सिंह, चुन्नु मौर्य, सपन रजक, नवल वर्मा, नितिन छाबड़ा, संतोष सिंह, सुनील राय, राजा कर, संजय मजुमदार, ए.वेंकट, सूर्या राव, अमित सिंह आदि पूर्वी मण्डल भाजपा के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारीगण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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