बिलासपुर मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र में विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी की लोकप्रियता व भाजपा की कार्यप्रणाली से प्रभावित होकर लगातार क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर भाजपा पर विश्वास कर रहे है। इसी दौरान अनुसूचित जाति बहुल्य ग्राम किसान परसदा के 162 लोगों ने विधायक के समक्ष भाजपा की सदस्यता ग्रहण की सदस्यता ग्रहण करने वालों में महिला व पुरूष दोनों ही शामिल रहे। साथ ही अनुसूचित जाति बाहुल्य ग्राम में समरसता भोजन का आयोजन किया गया जिसमें सभी वर्ग के लोग शामिल हुए।
मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र को देखा जाये तो पिछले चार पंचवर्षीय चुनाव में एक बार को छोड़ दिया जाये तो यहां तीन पंचवर्षीय में डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी को जनता ने पंसद किया है और अपना बहुमूल्य वोट देकर विजयी बनाया है। एक और जहां प्रदेश में चुनाव की उलटी गिनती शुरू हो गई है और विधानसभा चुनाव को कुछ दिन ही शेष बचे है। ऐसे में लगातार मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र से लोग भाजपा में शामिल हो रहे है।
मस्तूरी विधायक गुरुवार को संपर्क से समर्थन कार्यक्रम के तहत ग्राम किसान परसदा में जनसंपर्क करने पहुंचे थे इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने और भाजपा सरकार की उपलब्धियां जनता को बतलाई
अनुसूचित जाति बहुल्य क्षेत्र किसान परसदा के ग्रामीणों ने भाजपा की सदस्यता लेते हुए कहा कि हम विधायक बांधी की कार्यप्रणाली और सक्रियता से काफी प्रभावित हैं इस लिए अब हम भाजपा की सदस्यता ले रहे है। सदस्यता ग्रहण कार्यक्रम के दौरान मस्तूरी विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी, जयराम नगर, गतौरा मण्डल महामंत्री श्याम पटेल, मण्डल अध्यक्ष राजेन्द्र राठौर, युवा मोर्चा कार्यकारी अध्यक्ष भास्कर पटेल, विधायक प्रतिनिधि संतोष मिश्रा सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी व ग्रामीण उपस्थित थे।
भाजपा आप सबकी की पार्टी -डॉ. बांधी
विधायक के समक्ष भाजपा की सदस्यता लेने वालों को डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ने भगवा वस्त्र पहनाकर किसान परसदा के लोगों को भाजपा की सदस्यता दिलाई। इस दौरान डॉ. बांधी ने भाजपा की सदस्यता लेने वाले ग्रामीणों को कहा कि आप लोगों ने भाजपा व मुझपर जो विश्वास किया है। आपकी उम्मीदों पर हम खरा उतने का पूरा प्रयास करेंगे। आपका भाजपा में स्वागत है और भाजपा आप सबकी पार्टी है।
डॉक्टर बांधी की सक्रियता से अन्य पार्टियों में बढ़ी सरगर्मी
मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र में लगातार ग्रामीणों के भाजपा प्रवेश और अनुसूचित जाति बाहुल्य ग्रामों में भाजपा की धमक बढ़ने से राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। साथ ही क्षेत्र में चर्चा का बाजार गर्म है कि आखिर ऐसा क्या हुआ की ग्रामीण बड़ी संख्या में भाजपा प्रवेश कर रहे हैं।