
पुराने बर्तन के बदले नया बर्तन देने और खुद को एक खास कंपनी का एजेंट बताकर जेवर की डिजाइन दिखाने पर इनाम मिलने का लालच देकर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह की दो महिला और दो पुरुष आरोपियों को गिरफ्तार करने में सकरी पुलिस को कामयाबी मिली है। पिछले काफी समय से क्षेत्र में यह गैंग सक्रिय था। कई महिलाओं के साथ इस गैंग ने ठगी की थी। इसी में से एक लोखंडी निवासी लक्ष्मी यादव के घर 2 जून को तीन महिलाएं आकर पुराना बर्तन के बदले नया बर्तन देने का ऑफर दिया। इन लोगों ने अगले ही दिन नया बर्तन देकर लक्ष्मी यादव का विश्वास जीत लिया। इसके बाद इन महिलाओं ने बताया कि वे एक खास कंपनी के लिए काम करते हैं। यह कंपनी जेवर का डिजाइन पसंद आने पर इनाम देती है। लक्ष्मी यादव इन महिलाओं के झांसे में आ गयी और उन्होंने अपने कुछ जेवर महिलाओं को दे दिए। महिलाएं जल्द ही जेवर लौटाने और इनाम मिलने की बात कहकर गायब हो गयी ।इस दौरान लक्ष्मी यादव का विश्वास जितने महिलाओं ने अपना मोबाइल नंबर भी उसे दे दिया ।
इस बीच आरोपी महिलाओं में से एक की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। पुलिस ने दिए गए मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू की तो पुलिस के हाथ शबनम मल्हार लगी। पूछताछ में शबनम ने अपने साथी सुरेंद्र मल्हार, शोभा मल्हार और बेबी उर्फ बेबिया मल्हार के साथ मिलकर घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की। आरोपियों की निशानदेही पर एक जोड़ी झुमका, मंगलसूत्र लॉकेट, 2 जोड़ी चांदी का पायल बरामद हुआ ,जिसकी कीमत ₹80,000 है । ठगी के इस मामले में पुलिस ने हजारीबाग झारखंड निवासी शबनम मल्हार को गिरफ्तार किया है जो वर्तमान में मैहर सतना में रह रही थी।
इन्हीं की साथी शोभा मल्हार, रंजीत मल्हार और सुरेंद्र मल्हार को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सुरेंद्र की पत्नी बेबी मल्हार फिलहाल पुलिस की पहुंच से दूर है ।पता चला है कि इन महिलाओं के गिरोह ने रतनपुर और बेलगहना क्षेत्र में भी ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। यह महिलाओं को भरोसे में लेकर पुराने बर्तन के बदले नया बर्तन देती थी और फिर महिलाओं के गहने लेकर गायब हो जाती थी। कभी गहने साफ करने तो कभी बर्तन बदली के बहाने यह महिलाएं ग्रामीण क्षेत्रों में दोपहर को महिलाओं को ही निशाना बनाती थी।