बिलासपुर। राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 130 अंतर्गत बिलासपुर से रतनपुर के बीच बनाई गई फोर लेन सड़क खूनी हो गई है। लगातार इस मार्ग के सेंदरी गांव में दुर्घटनाएं और मौते हो रही है।रायपुर बिलासपुर और कोरबा से आने जाने वाले भारी वाहनों से लगातार लोग कुचल कर मारे जा रहे है।सेंदरी के ग्रामीण दुर्घटनाएं रोकने के लिए शुरू से ओवरब्रिज या अंडर ब्रिज की मांग करते आ रहे हैं लेकिन कही पर सुनवाई नहीं हो रही है जिससे लोगों की जान जाने का सिलसिला थम नही रहा है।इसके मद्देनजर जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों द्वारा सप्ताह भर बाद राष्ट्रीय राजमार्ग के दफ्तर में तालाबंदी और महाचक्का जाम आंदोलन करने की घोषणा की गई है। शनिवार को बिलासपुर प्रेस क्लब में नागरिक सुरक्षा मंच के संयोजक अमित तिवारी ,बेलतरा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र साहू( डब्बू) कांग्रेस नेता पिनाल उपवेजा और विनय शुक्ला ने बताया कि रतनपुर मार्ग जो राष्ट्रीय राजमार्ग 130 है, इस मार्ग में सेंदरी के पास का तिराहा अंधा मोड़ साबित हो रहा है।सड़क बनाते वक्त राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों ने गंभीर तकनीकी त्रुटि पर ध्यान नहीं दिया।तिराहे में 10 से 12 लोगों की जान जा चुकी है और कई लोग घायल हो चुके हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग कार्यालय में दुर्घटना रोकने के लिए कारगर इंतजाम किए जाने कई बार अनुरोध किया गया लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों के कानो में जूं तक नहीं रेंग रहा है।खतरनाक हो चली इस सड़क से अब समाधान की मांग तेज हो गई है।उन्होंने बताया कि अधिकारियों के खिलाफ अब जन आंदोलन छेड़ने का वक्त आ गया है।तत्काल बिलासपुर से रतनपुर तक स्ट्रीट लाइट लगाने और उक्त तिराहे में अंडरब्रिज या ओवरब्रिज का निर्माण कराये जाने की मांग की गई है ताकि दुर्घटनाओं पर रोक लग सके। तिराहे पर एक नई सड़क की भी आवश्यकता महसूस की गई है।पत्रकारों के माध्यम से उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को चेतावनी दी जा रही हैं कि इस समस्या का समाधान 01 माह के भीतर कर लें अन्यथा स्थानीय नागरिक आन्दोलन के लिए बाध्य होगे, जिसमें राष्ट्रीय राजमार्ग के स्थानीय कार्यालय में तालाबंदी के साथ ही महा चक्का जाम में हजारों ग्रामीण शामिल होंगे।