बहन ने बहन के घर करवाई चोरी, फुल प्रूफ प्लान के बावजूद पकड़ी गई , रिपोर्ट थी 20 हज़ार की चोरी की, मगर अब तक ही 41 लाख से अधिक की रकम हो चुकी है बरामद, प्रार्थिया खुद संदेह के घेरे में

अपने ही बहन की आलीशान जिंदगी से ईर्ष्या रखने वाली बहन ने योजना बनाकर अपने ही बहन के घर चोरी करवाई। मजे की बात यह है कि चोरी की रिपोर्ट में प्रार्थिया ने केवल ₹20,000 नगद और कुछ गहने चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई लेकिन असल में चोरी लाखों रुपए की थी, शायद करोड़ों की।

तुलसी नगर में रहने वाली सरोजिनी साहू वन विभाग में ठेकेदार है। उसकी बहन रुकमणी साहू अपनी बहन की कमाई और उसके शानो शौकत भरी जिंदगी से जलन रखती थी। उसे पता था कि उसके बहन के घर में लाखों रुपए और लाखों रुपए के जेवरात है, इसलिए उसने अपनी ही बहन के घर डाका डलवाने का फुल प्रूफ प्लान बनाया। इसके लिए लखराम निवासी रुकमणी साहू ने अपनी ही सगी बहन वन विभाग की ठेकेदार सरोजिनी साहू के घर चोरी करवाने नगपुरा रतनपुर निवासी शिवदीप तिवारी के साथ मिलकर योजना बनायी, जिसने अपने कई साथियों को इसके साथ जोड़ लिया। यह चोरी सफल हो इसलिए योजनाबद्ध तरीके से रुक्मिणी साहू अपनी बहन सरोजिनी साहू के परिवार को 21 मई को बबल आइलैंड वाटर पार्क घूमने ले गई, ताकि उनके पीछे आसानी से शिव तिवारी और उसके साथी चोरी की घटना को अंजाम दे सके।


जैसे ही यह लोग वाटर पार्क के लिए निकले पीछे से शिव तिवारी के साथी शिव साहू, गोलू कश्यप और गजेंद्र कश्यप एक बिना नंबर प्लेट के बुलेट मोटरसाइकिल में सवार होकर रुकमणी साहू के घर पहुंचे, जहां दो बुजुर्ग महिलाएं मौजूद थी । इन लोगों ने बहाने से पीने का पानी मांगा और मौका मिलते ही घर में घुसकर बुजुर्ग महिलाओं का मुंह बंद कर उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया। जिसके बाद नीचे के कमरे में अलमारी का ताला तोड़कर अलमारी में मौजूद नगद रकम , सोने चांदी के आभूषण आदि लेकर चलते बने।
इस पूरे मामले में मास्टरमाइंड का खुलासा ना हो और चोरी का शक किसी और पर हो इसकी भी योजना बनाई गई थी । योजना पर अमल करते हुए शिवदीप तिवारी ने चोरी की रकम में से ₹25,000 और कुछ सोने चांदी के आभूषण को फर्जी चोरी का आरोपी बनाकर सूरज, विशु और किशोरीलाल बंजारे को थमा दिया। शेष रकम में से 15 लाख रुपए शिवदिपतिवारी ने अपने पास रख लिए।
बचे हुए रकम को उसने गोलू कश्यप को दे दिया । मौके पर ही बटवारा करते हुए ₹80,000 विशु श्रीवास को दिया तथा योजना में शामिल गजेंद्र कश्यप को भी ₹50,000 दिए गए ।

इधर घर लौटने पर सरोजिनी साहू को चोरी की जानकारी हुई, जिसने पुलिस को भी भ्रमित करते हुए केवल ₹20,000 नगद और कुछ सोने-चांदी के जेवरात चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई ।

पुलिस ने चोरों की तलाश में करीब 500 सीसीटीवी कैमरे के फुटेज जांचे। जिसमे पुलिस को एक नीले रंग के मोटरसाइकिल में तीन नकाबपोश एयर बैग के साथ उसलापुर, धुरी पारा मंगला होते हुए रतनपुर की तरह भागते नजर आए। पुलिस ने आरोपियों का पीछा किया और ग्राम सेलार एनीकट रोड के पास नीले रंग के बुलेट में सवार सूरज विश्वकर्मा, विशु श्रीवास और किशोरीलाल बंजारे को पकड़ा। विशु के कंधे पर मौजूद एयर बैग की तलाशी में ₹25,00000 नगद और सोने चांदी के आभूषण मिले। आरोपियों को हिरासत में लेकर जब घटना के बारे में पूछताछ की गई तो तीनों ने कहा कि उन्होंने ही इस चोरी को अंजाम दिया है, लेकिन जब पुलिस ने अपने स्टाइल में पूछताछ की तो तीनों ने बहुत बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि इस चोरी का मास्टरमाइंड शिवदीप तिवारी है जिसने सरोजिनी साहू की बहन रुक्मणी साहू के साथ मिलकर बहुत बड़ा हाथ मारा है । पुलिस को भ्रमित करने के लिए ही शिव दिप तिवारी ने बैग में कुछ रुपए और सोने चांदी के जेवर देकर उन्हें आसपास जंगल में घूमने को कहा था, ताकि उनके पकड़े जाने पर मामला वही रफा दफा हो जाये, लेकिन सच्चाई खुलते ही पुलिस ने शिवदीप तिवारी को ढूंढ निकाला

पहले तो उसने पुलिस को गुमराह करने की पूरी कोशिश की लेकिन फिर वह टूट गया और बताया कि सरोजिनी साहू की सगी बहन रुक्मिणी साहू ने ही यह पूरी योजना बनाई थी, चूंकि सरोजिनी साहू वन विभाग में ठेकेदार का काम करती है इसलिए उसके पास अनाप-शनाप पैसा था। उसने अपने ही घर में बड़ी रकम और बड़ी मात्रा में आभूषण रखे हुए थे, जिससे रुक्मिणी साहू वाकिफ थी। इसलिए उसने शिवदीप तिवारी के साथ मिलकर चोरी की योजना बनाई थी। इस मामले में पुलिस अब तक 41 लाख ₹20000 नगद एवं 1 नग चांदी का कंगन 1 जोड़ी चांदी का पायल 1 नग सोने की लटकन वाली बाली 1 नग सोने की मांग टीका, एक नग चांदी का सिक्का 1 नग छोटी सोने की बाली एक नग चांदी का छोटा पायल एक जोड़ी कंगन बेनटेक्स का चाकू आदि बरामद किया है बरामद जेवरात की कीमत करीब 3 लाख रुपये बताई जा रही है। पुलिस ने इस मामले में मास्टरमाइंड लखराम निवासी रुक्मिणी साहू और उसके साथी नागपुरा निवासी शिवदीप तिवारी के अलावा चोरी में साथ देने वाले गिधौरी निवासी सूरज विश्वकर्मा, सरकंडा निवासी विशु श्रीवास, गिधौरी निवासी किशोरीलाल बंजारे, गजेंद्र कश्यप और ग्राम नेवसा रतनपुर निवासी रमेश कश्यप को गिरफ्तार किया है। इस मामले में फिलहाल गोलू कश्यप और शिव नारायण साहू की पुलिस को तलाश है।

इधर सरोजनी साहू पर भी पुलिस को शक है। घर में भारी चोरी होने के बावजूद वन विभाग में ठेकेदार सरोजिनी साहू ने केवल ₹20,000 नगद और कुछ सोने चांदी के जेवर की चोरी होने की रिपोर्ट क्यों दर्ज कराई है, पुलिस के लिए यह भी सोचने का विषय है। पुलिस को शक है कि चोरी में बरामद रकम किसी बड़े ठेकेदार या व्यापारी का हो सकता है इसलिए पुलिस अलग से सरोजनी साहू से भी पूछताछ कर एक और खुलासा करने की तैयारी में है। सरोजिनी साहू फिलहाल पुलिस को कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई है। अब तक पुलिस 41 लाख से अधिक रनगद रकम बरामद कर चुकी है, उम्मीद है कि यह रकम और भी अधिक होगी ।

इस मामले ने एक बार फिर से दर्शाया कि घर का भेदी चाहे तो लंका ढा सकता है। अपने ही बहन से ईर्ष्या करने वाली बहन ने बहन को ही बर्बाद करने का ठान लिया था,बताया जा रहा है कि मामले की मास्टरमाइंड रुकमणी साहू लखराम की पूर्व सरपंच भी रही है।

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