खेत की सुरक्षा में लगे कांटा तार में बह रहे विद्युत की चपेट में आकर बुजुर्ग चरवाहे की मौत हो गई, जिसके बाद आरोपियों ने लीपापोती की कोशिश की, मगर तोरवा पुलिस ने मामले को उजागर कर दिया। तोरवा थाना क्षेत्र के बूटा पारा में रहने वाला 64 वर्षीय बुजुर्ग सालिकराम निषाद बूटा पारा स्थित कलाराम धुरी उर्फ कल्लू और रामकली धुरी के प्लॉट के पास बकरी चराने गया था। ठीक उसके बगल में ही किच्छु उर्फ किशोर राज का खेत है, जिसे कलाराम धुरी उर्फ कल्लू ने गेहूं बोने के लिए लीज पर लिया था। फसल को पशुओं से बचाने के लिए उसने खेत के चारों ओर कांटा तार से फेंसिंग किया था। सुरक्षा के लिए उसने झटका मशीन भी लगाया था। जब झटका मशीन ने काम नहीं किया तो उसने सुरक्षा के लिए फेंसिंग तार में विद्युत करंट प्रवाहित कर दिया, लेकिन इसकी जानकारी सालिकराम को नहीं थी। बकरी चराने के दौरान उसका संपर्क खेत के फेंसिंग तार से हुई और विद्युत करंट की चपेट में आकर उसकी मृत्यु हो गई।
इधर इस घटना पर पर्दा डालने के लिए कलाराम धुरी और रामकली धुरी ने सालिकराम के शव को खेत के दूसरे छोर में छिपाकर घटना को छुपाने का प्रयास किया। इस दौरान उन्होंने सबूत मिटाने के लिए विद्युत में तार से सर्विस तार को भी अलग कर दिया। इसी बीच कलाराम धुरी उर्फ कल्लू तखतपुर भाग गया और रामकली धुरी उसके खेत के आसपास भटक रही बकरियों को सालिकराम के घर पहुंचा आयी और कहा कि उसके परिजन सालिकराम को ढूंढें, जबकि कलाराम धुरी यह बेहतर जानता था कि खेत में लगे फेंसिंग तार में विद्युत प्रवाहित होने से इसकी चपेट में आकर किसी की जान जा सकती है, फिर भी उसने ऐसा किया । कल्लू और रामकली ने इस मामले में प्रमाण छुपाने का भी प्रयास किया, लेकिन वे इसमें सफल नहीं हो पाए।
जांच के बाद तोरवा पुलिस ने दोनों के खिलाफ धारा 304, 201, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर दोनों आरोपियों की धरपकड़ के लिए बूटा पारा पहुंची। पुलिस को देखकर कल्लू भागने की फिराक में था, जिसे पुलिस ने बूटा पारा में प्लॉट के पास घेराबंदी कर पकड़ा । इस मामले की आरोपिया रामकली घटना के दिन से ही फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।
पुलिस ने इस घटना के बाद सभी से अपील की है कि अपने खेत, घर और संपत्ति की रक्षा करने का हक सभी को है, लेकिन इसके लिए अवैध तरीके से फेंसिंग कांटा तार में विद्युत प्रवाहित करना कानूनन अपराध है, इसलिए कोई भी अपने खेत, तालाब या तालाब में मछली पकड़ने के लिए इस तरह का प्रयोग ना करें, अन्यथा उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।