हॉस्टल में खाना बनाने, पेरेंट्स के लिए अपशब्द कहने, बाथरूम में वीडियो बनाने जैसी शिकायतों को लेकर सोमवार सुबह पचपेड़ी हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्राओं ने चक्काजाम कर दिया था। छात्रों ने मस्तूरी पचपेड़ी रोड पर चक्का जाम किया। सूचना पाकर तहसीलदार और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। इस दौरान तहसीलदार माया आंचल ने छात्राओं से कहा कि वे रास्ते से हट जाए नहीं तो वह उन्हें जेल भेज देंगी। जिससे छात्राएं और भड़क गई और नारेबाजी करने लगी। करीब 4 घंटे तक चक्का जाम चला। आखिरकार अधीक्षक के खिलाफ उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजने का आश्वासन दिया गया, जिसके बाद छात्राएं रास्ते से हटी ।इधर छात्रों को धमकी देने का वीडियो वायरल हो गया। उधर शाम तक अधीक्षिका संगीता टंडन हटा दी गई। छात्राओं ने आरोप लगाया कि अधीक्षिका संगीता टंडन उनसे अपना काम करवाती है। पेरेंट्स को भी अपशब्द कहती है।
सोमवार सुबह 9:00 बजे छात्राएं हॉस्टल से स्कूल जाने निकली लेकिन उन्होंने में रोड पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। छात्राओं को मनाने की भी कोशिश नाकाम रही। मौके पर पहुंची तहसीलदार ने कलेक्टर को अपनी रिपोर्ट सौंप दी जिसके बाद अधीक्षिका संगीता टंडन को हटा दिया गया।
इधर तहसीलदार द्वारा छात्राओं को धमकाने का वीडियो वायरल होने के बाद उन्होंने अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा कि छात्राओं को शांत करने के लिए ही वह उन्हें समझा रही थी कि मैं लिख दूंगी तो जेल चली जाओगी। उन्होंने दावा किया कि उनके द्वारा छात्राओं के लिए नाश्ते पानी की व्यवस्था कराई गई थी। इस मामले में छात्राओं के खिलाफ भले ही कार्रवाई न हो लेकिन छात्राओं को भड़काने के आरोप में एनएसयूआई नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गयी। पुलिस का कहना है कि जब पचपेड़ी कन्या छात्रावास की छात्राओं की समस्याओं को लेकर शासकीय अधिकारी उनसे बातचीत कर रहे थे इस दौरान एनएसयूआई से जुड़े छात्र नेताओं ने कन्या छात्रावास में घुसकर उन्हें चक्का जाम के लिए उकसाया था। उनसे कहा जा रहा था कि वह भीड़ ले आए। शासकीय कार्यालय के घेराव की भी योजना उनके द्वारा बनाई जा रही थी। कन्या छात्रावास में बिना अनुमति प्रवेश और छात्राओं को भड़काने के आरोप में पुलिस ने एनएसयूआई नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है ।पुलिस ने युवा कांग्रेस और एनएसयूआई से जुड़े चार नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया है जिनमे राहुल हंसपाल, मजहर खान, गोलू खान और अश्वनी विश्वकर्मा शामिल है।