

आखिरकार सरकंडा स्थित पंडित राम दुलारे आत्मानंद स्कूल की विवादित प्रभारी प्राचार्य पूर्णिमा मिश्रा को हटा दिया गया है। पिछले दिनों स्कूल में हुई बच्चों के बीच मारपीट के बाद प्राचार्या सुर्खियों में आई थी, जहां उन्होंने इस विवाद को स्कूल से बाहर का विवाद बताते हुए नया विवाद खड़ा कर दिया था। इतना ही नहीं इसके बाद उन्होंने नियम विरुद्ध एनएसयूआई के नेता लकी मिश्रा को स्कूल में बुलाकर छात्र-छात्राओं से उन्हें इंट्रोड्यूस करते हुए कहा कि कोई भी समस्या होने पर उन्हें बताया जाए।

पंडित रामदुलारे आत्मानंद स्कूल की प्रभारी प्राचार्य पूर्णिमा मिश्रा की शिकायत एसपी और कलेक्टर से की गई थी। इसके बाद तीन सदस्य की टीम बनाकर उनके खिलाफ जांच की गई। जांच रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर के आदेश से प्रभारी प्राचार्य पूर्णिमा मिश्रा को सरकंडा स्कूल से हटकर शासकीय सेंदरी हायर सेकेंडरी स्कूल में पदस्थ किया गया है।

करीब महीने भर पहले स्कूल के ही दो छात्रों के गुट के बीच सरकंडा मुक्तिधाम के पास मारपीट हुई थी, जिसमें एक छात्र के सिर पर गंभीर चोट आई थी और उसे 7 टांके लगे थे। उस मामले को सुलझाने के लिए प्रभारी प्राचार्य ने एनएसयूआई के नेता लकी मिश्रा को स्कूल का दौरा कराया और स्कूल के ही दो शिक्षकों पर आरोप जड़ दिए। खुद का बचाव करने के लिए प्रभारी प्राचार्य ने स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भी डिलीट करवा दिए। धनंजय गिरी गोस्वामी ने उनके कांग्रेस प्रेम की शिकायत करते हुए कहा था कि लकी मिश्रा का स्कूल से कोई संबंध नहीं है लेकिन प्रभारी प्राचार्य एक विशेष राजनीतिक दल के प्रति झुकाव रखती है। लगातार शिकायतों के बाद प्रभारी प्राचार्य पूर्णिमा मिश्रा को हटाकर सेंदरी भेज दिया गया है। इससे पहले भी उन्हें स्कूल से 10 महीने के लिए बाहर किया गया था। पूर्णिमा मिश्रा जब महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल में पदस्थ थी तब भी वह विवादों में रही। बताया जा रहा है कि अब भी ट्रांसफर के बाद वह लगातार राजनीतिक दबाव बनाकर वापसी का प्रयास कर रही है।
