बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में जब से भूपेश बघ्ोल की सरकार आई है, तब से हर वर्ग उन्नति कर रहा है। उन्होंने गरीब किसानों के साथ ही उन घूमंतु छोटे व्यापारियों का भी ख्याल रखा, जो हाथ ठेले या फिर चौक-चौराहों में छोटी-मोटी दुकानें लगाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। इन्हें सम्मान के साथ व्यापार करने स्थाई ठिकाना देने पौनी-पसारी योजना लाई गई है, जहां ये छोटे व्यापारी चिंतामुक्त होकर व्यवसाय कर सकते हैं।
ये बातें महापौर रामशरण यादव ने बुधवार को वार्ड क्रमांक 42 शहीद चंद्रश्ोखर आजाद नगर स्थित होटल रेड स्टोन के पास 26 लाख 18 हजार रुपए की लागत से निर्मित पौनी-पसारी के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि की आसंदी से कहीं। इस अवसर पर मेयर श्री यादव व सभापति श्ोख नजीरुद्दीन ने पौनी-पसारी का उद्घाटन किया। मेयर श्री यादव ने कहा कि भूपेश सरकार ने शहर में ठेला, खोमचे व अव्यवस्थित रूप में सब्जी, फल दुकान लगाने वालों के लिए पौनी पसारी योजना के तहत व्यवस्थित बाजार बनाने का निर्णय लिया था। इसके लिए शासन ने सभी निकायों को स्थान चिन्हांकित करने के निर्देश दिए थे। बिलासपुर नगर निगम ने देवरीखुर्द की खाली जमीन को योजना के तहत चयन किया था। शासन से फंड मिलने के बाद 18 चबूतरों का निर्माण कराया गया है। पौनी पसारी योजना के तहत चबूतरा निर्माण से क्षेत्रवासियों को व्यवस्थित बाजार की सुविधा मिली है। यहां विधिवत पाîकग और चबूतरा से सुबह से रात तक सब्जी-फल लेने की सुविधा मिलेगी। इससे पूर्व बरसात के दिनों में शेड नहीं होने के कारण कीचड़ आदि होने से लोगों को असुविधा होती थी। इसी तरह सब्जी, फल दुकान संचालकों को भी परेशानी होती थी। चबूतरा निर्माण से एक तरफ जहां सब्जी, फल दुकान लगाने वालों को सुविधा मिली है, वहीं क्षेत्रवासियों की व्यवस्थित बाजार की मांग पूरी हो गई। इस अवसर पर एमआईसी सदस्य राजेश शुक्ला, अजय यादव, मनीष गढ़ेवाल, परेदशी राज, सीताराम जायसवाल, पार्षद लक्ष्मी यादव, मोती गंगवानी, सुरेश टंडन, सूरज मरकाम, श्याम पटेल, रामप्रकाश साहू के अलावा नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
जानिए क्या है योजना
पौनी पसारी का उद्देश्य उन लोगों को व्यवस्थित बाजार उपलब्ध कराना है, जो इधर-उधर भटक कर अपना रोजगार चलाते हैं। फुटपाथ या रोड किनारे सब्जी,चार्ट-फुलकी बेचते हैं। जिनकी वजह से लगातार ट्रैफिक जाम होता है। यातायात के आवागमन में व्यवधान उत्पन्न होती है। दुर्घटनाएं होती हैं। इन सभी चीजों से बचने के लिए इन सबको एकत्रित कर पौनी-पसारी में व्यवसाय के लिए जगह देनी है।