

बंगला यार्ड स्टेशन रोड बारह खोली, चौक में श्री श्री सोलापुरी माता पूजा सेवा समिति द्वारा आयोजित सोलापुरी माता पूजा से पूर्व शुक्रवार शाम को परंपरा अनुसार लोको कॉलोनी स्थित श्री मरी माई माता मंदिर से देवी की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। समिति के वॉलिंटियर, तेलुगु समाज के श्रद्धालुओं और क्षेत्र के नागरिकों के साथ निकली शोभायात्रा की अगुवाई बाल पुजारी कर रहे थे, जिन्होंने देवी की प्रतिमा को अपने सर पर धारण किया हुआ था। इससे पहले खड़कपुर से आए पुजारी पार्क सारथी ने गीली हल्दी से माता की प्रतिमा तैयार की, जिनका श्रृंगार मोगरे के हार से किया गया। पारंपरिक डफली, ताशे और बैंड बाजा के साथ शोभायात्रा न्यू लोको कॉलोनी से आगे बढ़ी। पूरे रास्ते में शोभायात्रा के स्वागत की तैयारी नजर आ रही थी ।लोगों ने घरों के सामने सड़क पर पानी का छिड़काव कर रंगोली बनाया था, तो वही पूरे सड़क पर साड़ियां बिछाकर मार्ग को निष्कंटक किया गया था। जैसे ही शोभायात्रा घरों के सामने पहुंचती, महिलाएं पवित्र जल लेकर देवी को जल अर्पित करती। उनकी आरती उतारती और जमीन पर लेट कर शोभायात्रा को अपने ऊपर से गुजरने देती। मान्यता है कि ऐसा करने से देवी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और ग्रीष्म काल में होने वाले सभी तरह की बीमारियों से मुक्ति मिलती है।

यह शोभायात्रा न्यू लोको कॉलोनी से होते हुए चुचुहिया पारा पहुंची, जहां शोभा यात्रा का भव्य स्वागत किया गया ।पूरे रास्ते में नीम पत्ती से तोरण द्वार बनाकर स्वागत की तैयारी की गई थी। स्वागत के क्रम में मोहन बिल्डिंग, हेमू नगर चौक, एन ई कॉलोनी, आरटीएस कॉलोनी, तार बाहर आदि क्षेत्रों में स्टाल लगाकर शोभा यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। साथ ही शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को शरबत फल आदि का वितरण किया गया।

आयोजन समिति के अध्यक्ष वी रामा राव ने बताया कि लोको कॉलोनी मरी माई मंदिर से निकलकर शोभायात्रा रेल्वे अंडर ब्रिज से चुचुहिया पारा , मोहन बिल्डिंग होते हुए हेमू नगर विधानी चौक , नार्थ ईस्ट कॉलोनी, आरटीएस कॉलोनी, कंट्रोल ब्लॉक, बंगला यार्ड होते हुए तार बाहर कंस्ट्रक्शन कॉलोनी और वायरलेस कॉलोनी से देर रात पूजा स्थल बारह खोली चौक पहुंची, जहां मध्य रात्रि मंत्रोच्चार और विधि विधान के साथ पुजारी ने देवी की प्रतिमा स्थापित की।

अब आगामी 10 दिनों तक यहां मां सोलापुरी के अलग-अलग स्वरूप में स्थापना कर पूजा अर्चना की जाएगी। प्रतिदिन यहां देवी को अलग-अलग प्रकार का भोग अर्पित कर उसे प्रसाद के रूप में वितरित किया जाएगा। साथ ही देवी को अर्पित साड़ी भी लकी ड्रॉ निकालकर सौभाग्यशाली सुहागिनों को उपहार स्वरूप दी जाएगी। सोलापुरी माता पूजा के दौरान धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा। नियमानुसार कुमकुम पूजा में सुहागिने अपने सुहाग की मंगल कामना करेंगी तो वही रविवार 30 अप्रैल को देवी को महाकुंभम का विशाल भोग अर्पित किया जाएगा। आयोजन के लिए बारहखोली चौक पर भव्य पंडाल निर्मित किया गया है और बिजली के झालरों की खूबसूरत सजावट की गई है।
