
आलोक मित्तल

ठेकेदार की लापरवाही के चलते एक व्यक्ति की मौत हो गई, जिसके बाद पुलिस ने संबंधित ठेकेदार के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। बिलासपुर में मंगला- लोखंडी के बीच सड़क चौड़ीकरण के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा कार्य कराया जा रहा है। मंगला के दीनदयाल आवासीय कॉलोनी रोड से लोखंडी तरफ जाने वाली जर्जर सड़क चौड़ीकरण का ठेका देवचरण राठौर की डीसी कंस्ट्रक्शन को दिया गया है। मौके पर कार्य का निरीक्षण देवचरण राठौर का बेटा गुड्डू राठौर करता है। ठेकेदार और मजदूरों द्वारा सड़क चौड़ीकरण के तहत अलका एवेन्यू कॉलोनी के गेट से आगे पुलिया निर्माण हेतु लगभग 10 फीट गहरा गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया। जहां सुरक्षा के लिए कोई बैरिकेडिंग, संकेतक आदि ठेकेदार द्वारा नहीं लगाए गए, जिस वजह से यहां एक के बाद एक 5 दुर्घटना हो गई। इसी दौरान डेयरी संचालक कृपाल सिंह अपने घर से कहीं जा रहे थे जो मोटरसाइकिल सहित गड्ढे में गिर गए। इसका किसी को पता भी नहीं चला। कुछ देर बाद एक और युवक उसी गड्ढे में मोटरसाइकिल सहित गिर गया, जिसने शोर मचाया तो कुछ लोगो ने उसे बाहर निकाला। बाहर निकलने पर उसने बताया कि पहले से ही उस गड्ढे में कोई व्यक्ति मोटरसाइकिल सहित गिरा हुआ है। लोगों ने इसके बाद कृपाल सिंह को भी बाहर निकाला और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

बताया जा रहा है पीडब्ल्यूडी विभाग के इंजीनियर दीपक खंडेलवाल और कार्यपालन अभियंता एके चौरसिया के देखभाल में ठेकेदार राठौर द्वारा काम कराया जा रहा है। जिसके बाद कृपाल सिंह के पुत्र ईशान सिंह ने सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने ठेकेदार और संबंधित के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। बताया जा रहा है कि असुरक्षित तरीके से खोदे गए गड्ढे में अंधेरे के चलते एक के बाद एक 5 लोग गिरकर घायल हो गए, क्योंकि वहां सुरक्षा का कोई इंतजाम, बैरिकेडिंग नहीं की गई ।जिसमें से एक कृपाल सिंह की मौत हो गई। 5.61 करोड़ की लागत से 3.5 किलोमीटर सड़क निर्माण के दौरान बरती जा रही लापरवाही के चलते डेयरी संचालक की मौत हो गई , इससे कर्मचारियों और ठेकेदार की लापरवाही उजागर हुई है।
