

सोशल मीडिया पर घर बैठे पार्ट टाइम जॉब कर हजारों कमाने के विज्ञापन आपने भी देखे होंगे। हो सकता है कि आपके मोबाइल पर भी इस तरह के मैसेज अक्सर आते रहते हैं। इसी तरह के मैसेज पर भरोसा कर सरकंडा बंगाली पारा में रहने वाली कमला पांडे ठगी का शिकार हो गई। उनके व्हाट्सएप नंबर पर भी ऑनलाइन काम कर एक्स्ट्रा कमाई करने का लुभावना मैसेज आया था। कमला पांडे मैसेज के झांसे में आ गयी और दूसरी ओर से बताए गए निर्देशों का पालन करते हुए उसने धीरे-धीरे अलग-अलग बैंक के खातों में कुल 7 लाख 35 हज़ार रुपये ट्रांसफर कर दिए। दूसरी ओर से और रुपए मांगे जाने पर उन्हें ठगे जाने ने का एहसास हुआ, जिसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत सरकंडा थाने में कर दी।

हालांकि ऑनलाइन ठगों को पकड़ना आसान नहीं होता लेकिन सरकंडा पुलिस ने इसमें साइबर सेल की मदद से हर संभव जांच की। जिसके बाद पुलिस की एक टीम दिल्ली और हरियाणा में पहुंची, जहां कैंप लगाकर स्थानीय पुलिस के सहयोग से आरोपियों का पता ठिकाना ढूंढा गया। इस मामले में सबसे पहले गुड़गांव हरियाणा से अंकित जून उर्फ अंकित तमा को पकड़ा गया। पूछताछ में उसने अपने अन्य साथी का नाम बताया। उसने बताया कि वह अपने साथी आशीष कुमार के साथ मिलकर जैकरेक और ईगामेंट नामक कंपनी बनाकर लोगों को फोन और व्हाट्सएप पर मैसेज कर पार्ट टाइम ऑनलाइन जॉब लगाने और अच्छा खासा इनकम होने का झांसा देकर ठगी करता था । कमला पांडे द्वारा उनके आईसीआईसीआई बैंक के खाता में ₹6 लाख ट्रांसफर किया गया था। अंकित से मिली सूचना के आधार पर गुड़गांव से आशीष कुमार को पकड़ा गया । अंकित से ₹220000, सैमसंग मोबाइल और आशीष से ₹80000 नगद, रियल मी कंपनी का मोबाइल जप्त किया गया । अंकित द्वारा अपने खाते से दूसरे खाते में ₹4,35000 ट्रांसफर कर दिया गया था, जिसे भी बैंक में होल्ड कराया गया है। शातिर आरोपियों ने ठगी में इस्तेमाल मोबाइल सिम को जला दिया था। इस मामले में पुलिस ने अंकित जून और आशीष कुमार को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से ₹300000 नगद और 2 नग मोबाइल पुलिस ने जप्त किया है। साथ ही लोगों को आगाह किया है कि वे इस तरह के झांसे में ना आए।
