

अपनी समृद्ध संस्कृति, साहित्य, संगीत और परंपराओं के प्रति प्रतिबद्ध बिलासपुर के प्रवासी बंगाली हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी अपना बांग्ला नववर्ष पहिला वैशाख धूमधाम से मनाएंगे। जिसकी तैयारियों को लेकर छत्तीसगढ़ बंगाली समाज की महत्वपूर्ण बैठक बंगाली भवन तोरवा में संपन्न हुई। कार्यसमिति की बैठक में आगामी बांग्ला नववर्ष को धूमधाम से मनाने पर फैसला लेते हुए उसकी रूपरेखा तय की गई। आयोजन को लेकर कार्यक्रम तय किए गए और जिम्मेदारियों का बंटवारा किया गया। इस दौरान पदाधिकारियों ने छत्तीसगढ़ बंगाली समाज के साथ बिलासपुर और आसपास रहने वाले अधिक से अधिक संख्या में बंगालियों को जोड़ने पर भी जोर दिया।

बैठक में सभी ने कहा कि अपनी मिट्टी से दूर छत्तीसगढ़ में रह रहे बंगालियों की निष्ठा कर्मभूमि छत्तीसगढ़ से तो है ही वही मातृभूमि और अपनी संस्कृति के प्रति भी गहरा प्रेम है ।बिलासपुर में रहने वाले बंगाली समाज के लोग अपने इन्हें संस्कृति की वजह से पहचाने जाते हैं, जिसके दर्शन समाज के द्वारा आयोजित उत्सवों में स्पष्ट नजर आते हैं। बांग्ला नववर्ष पहला वैशाख 15 अप्रैल को मनाया जाएगा। इस दिन बंगाली भवन तोरवा में प्रतिभागी विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देंगे। साथ ही प्रीतिभोज का भी आयोजन किया जाएगा ।आयोजन को सफल बनाने और अधिक से अधिक संख्या में आयोजन में सबके शामिल होने पर यहां एक राय बनी।

बैठक में प्रमुख रूप से समाज के प्रदेश अध्यक्ष आरएन नाथ प्रदेश महासचिव गण पल्लव धर, पार्थो चक्रवर्ती संरक्षक ए के गांगुली प्रदेश सह सचिव रंजीत कुमार बोस बिलासपुर जिला अध्यक्ष डॉ अनूप विश्वास जिला महासचिव नारायण चंद्र डे उपाध्यक्ष अचिंत कुमार बोस महिला अध्यक्ष पूर्ति धर महासचिव कल्पना डे उपाध्यक्ष प्रमोटी बारिक उपाध्यक्ष सुनीता विश्वास सांस्कृतिक सचिव राखी गुहा, मोनिका विश्वास, उमा श्याम जीत, उपाध्यक्ष सुनीता बिस्वास , सरस्वती नाथ , अभिजीत विश्वास , राजेश सारथी, देवसेना, गोकुल , आनंद बोस महिला उपाध्यक्ष अरुण धुती मुखर्जी, प्रणव बनर्जी , सुमित चक्रवर्ती, भास्कर दास, रूना दास, मनीषा साहा सहित समाज के पदाधिकारी गण उपस्थित थे।

