


बुधवार को तेलुगु समाज ने अपना नव वर्ष उगादि धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर बिलासपुर के रेलवे क्षेत्र स्थित हैंडबॉल ग्राउंड में उगादि उत्सव का आयोजन उगादि महोत्सव आयोजन समिति एवं श्री श्री सोलापुरी माता पूजा सेवा समिति द्वारा किया गया।

बिलासपुर के अलग-अलग क्षेत्रों में, खासकर रेलवे क्षेत्र में बड़ी संख्या में दक्षिण भारतीय और तेलुगू भाषा भाषी लोग रहते हैं। कुछ दशक पहले यह लोग अलग-अलग संगठनों के रूप में बिखरे हुए थे। इस बीच श्री श्री सोलापुरी माता पूजा सेवा समिति के बैनर तले रेलवे क्षेत्र के पूर्व पार्षद और भाजपा नेता वी रामाराव ने बिखरे हुए तेलुगु समाज को संगठित कर न केवल एक मंच पर लाया बल्कि उन्हें अपने विरासत , संस्कृति और परंपराओं के प्रति जागरूक किया। जिसके बाद रेलवे क्षेत्र में तेलुगु नूतन वर्ष उगादि को महोत्सव के रूप में मनाने की परंपरा आरंभ हुई। इस वर्ष भी तेलुगू हिंदू नव वर्ष उगादि महोत्सव को उल्लास पूर्वक मनाया गया।
दोपहर को आयोजन समिति के अध्यक्ष पूर्व पार्षद एवं कोरबा विधानसभा प्रभारी वी रामा राव , वार्ड क्रमांक 69 के पार्षद एस साईं भास्कर और समाज के वरिष्ठ जनों ने दीप प्रज्वलित कर उगादि महोत्सव का शुभारंभ किया। यहां विशेष रूप से तैयार पारंपरिक उगादी पचरी का वितरण सभी के बीच किया गया। जिसके पश्चात समाज के बच्चों, महिलाओं और युवाओं के लिए विविध खेलकूद स्पर्धाओं का आयोजन हैंडबॉल मैदान और रेलवे नॉर्थ ईस्ट इंस्टिट्यूट मैदान में किया गया। महिलाओं ने रंगोली प्रतियोगिता और म्यूजिकल चेयर कंपटीशन में भाग लिया। वही बालिकाओं के लिए मेहंदी प्रतियोगिता रखी गई। बच्चों के लिए भी दौड़, स्लो साइकिल जैसी स्पर्धा हुई, जिसमें समाज के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

खेल स्पर्धाओं के बाद शाम को हैंडबॉल मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें बतौर मुख अतिथि बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय शामिल हुए। उनके अलावा महापौर रामशरण यादव, फाउंडेशन क्रिकेट एकेडमी के चेयरमैन प्रिंस भाटिया, सेंट जेवियर स्कूल के डायरेक्टर जीएस पटनायक और संजीवनी हॉस्पिटल के डॉ विनोद तिवारी भी उपस्थित रहे। अतिथियों द्वारा छत्तीसगढ़ और सीबीएसई बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में प्रथम श्रेणी में पास हुए समाज के बच्चों को पुरस्कृत कर प्रोत्साहित किया गया। परंपरा का पालन करते हुए इस वर्ष भी तेलुगु समाज के तीन बुजुर्ग दंपत्तियों का सम्मान मंच द्वारा किया गया सम्मानित होने वाले दंपतियों में ई ईश्वर राव और श्रीमती ई मलम्मा, एन बाबूराव एवं श्रीमती एन भाग्यलक्ष्मी और के सोमशेखर शर्मा एवं के नागमणि शामिल रहे।

इस अवसर पर तेलुगु समाज के बालक, बालिकाओं और युवाओं ने एक से बढ़कर एक नृत्य, संगीत की प्रस्तुति देखकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वही उगादि महोत्सव के लिए विशेष रूप से हैदराबाद से आमंत्रित आंध्रा ग्रुप ऑर्केस्ट्रा के कलाकारों ने दक्षिण भारतीय गीत संगीत से शाम को सुरमई बना दिया। उपस्थित श्रोता उनके गीतों पर झूमते नजर आए।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों में शामिल होना हमेशा से ही सुखद अनुभव रहा है। बिलासपुर की खासियत है कि यहां हर भाषा भाषी संस्कृति फलती पल्लवित होती है। तेलुगु समाज की समृद्ध विरासत के दर्शन ऐसे आयोजनों से होते हैं। इस आयोजन में अनेकता में एकता के दर्शन हुए। उन्होंने तेलुगु समाज की मांग पर सामुदायिक भवन निर्माण के लिए अतिरिक्त 5 लाख रुपये देने की घोषणा की।

कार्यक्रम में शामिल महापौर ने कहा कि नव वर्ष के उत्सव के साथ समाज के प्रतिभावान बच्चों और समाज की नींव रखने वाले बुजुर्गों का सम्मान बताता है कि हम अपनी जड़ों से किस कदर जुड़े हुए हैं और उनका कितना ख्याल रखा जाता है। बिलासपुर ऐसी ही मिली जुली संस्कृति के लिए जाना जाता है, जो इसकी पहचान भी है। इस अवसर पर बतौर अतिथि शामिल प्रिंस भाटिया और डॉ विनोद तिवारीने भी कार्यक्रम की खूब सराहना की।
इंस्टिट्यूट मैदान के सामने हैंडबॉल ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में देर शाम तक गीत, संगीत, नृत्य, नाटक, कविता पाठ की प्रस्तुति ने दर्शकों को बांधे रखा। तेलुगु नववर्ष उगादि के अवसर पर आयोजित प्रीतिभोज में भी सभी शामिल हुए। आयोजन समिति के अध्यक्ष वी रामा राव और सचिव एस साईं भास्कर ने बताया कि कोरोना काल के बाद इस वर्ष आयोजक को बेहतर बनाने का उनका प्रयास सफल हुआ है। इस आयोजन में बिलासपुर के अलग-अलग क्षेत्रों में बसे दक्षिण भारतीय ही नहीं बल्कि गैर तेलुगु समाज भी शामिल हुआ ।
आयोजन समिति के अध्यक्ष, पूर्व पार्षद एवं कोरबा विधानसभा प्रभारी वी रामाराव ने बताया कि रेलवे क्षेत्र में हमेशा से ही तेलुगु भाषी लोग बड़ी संख्या में रहते आए हैं। इसके अलावा भी बिलासपुर शहर के अलग-अलग हिस्सों में बड़ी संख्या में तेलुगु समाज के लोग रहते हैं। लेकिन ये सभी बिखरे हुए थे। उगादि नूतन वर्ष महोत्सव, सोलापुरी माता पूजा जैसे आयोजनों के साथ इस बिखरे समाज को संगठित करने का प्रयास किया गया, जो पूरी तरह से सफल होता दिख रहा है। एक मंच पर आकर तेलुगु समाज अब सुख दुख में भागीदार बन रहा है, तो वही साझा संस्कृति के अलावा आपसी संबंध भी प्रगाढ़ हुआ है। साथ ही अपनी मिट्टी और जड़ों से भी समाज इस बहाने जुड़ रहा है । अपने प्रदेश से सैकड़ों किलोमीटर दूर होने के बावजूद तेलुगु समाज अपनी विरासत को लेकर हमेशा सजग रहा है, जिसकी झांकी उगादि महोत्सव के आयोजन में स्पष्ट नजर आई। विभरामाराव ने बताया कि ऐसे आयोजन लगातार होने से प्रवासी होने के बावजूद तेलुगु समाज की नई पीढ़ी अपनी समृद्ध परंपराओं से जुड़ी रह सकती है। उन्होंने बताया कि भविष्य में भी उनकी समिति का प्रयास होगा कि अलग-अलग संगठनों में बिखरे समाज को ऐसे आयोजनों के माध्यम से एक मंच पर लाया जाए और इस तरह से सांझा कार्यक्रम आयोजित हो।
विभिन्न स्पर्धाओं में यह रहे विजेता
कक्षा 1 से कक्षा 3 के बालकों के 100 मीटर दौड़ प्रतियोगिता में वी रेयान प्रथम, एल ऋषि द्वितीय और एन साकेत तृतीय, 100 मीटर बालिका वर्ग में ए मनशा प्रथम, सी एच नित्याश्री द्वितीय और जे सुरभी तीसरे स्थान पर रही ।100 मीटर दौड़ कक्षा 4 से कक्षा 6 बालक वर्ग में एस साई दीक्षित प्रथम, के भावेश द्वितीय और के जयंत तृतीय स्थान पर रहे। इसी वर्ग में बालिका धावक के रूप में जी कनिका प्रथम, जी कृतिका द्वितीय और के श्रद्धा तीसरे स्थान पर रही। कक्षा 7 से कक्षा 9वी तक के बच्चो के लिए आयोजित 100 मी दौड़ प्रतियोगिता में बी आयुष रेड्डी प्रथम, एम दिलीप द्वितीय और एस हर्षित राव तीसरे स्थान पर रहे। बालिका वर्ग में के गोपीकाक्षी पहले, के तिरधाश्री दूसरे और वरशनी तीसरे स्थान पर रही। अविवाहित महिलाओं के म्यूजिकल चेयर प्रतियोगिता में के लक्षिता, एस साई कोमल और पी काव्या क्रमशः तीसरी दूसरे और पहले स्थान पर रही ,तो वही विवाहित महिलाओं के म्यूजिकल चेयर प्रतियोगिता में तीसरे स्थान पर कल्याणी दूसरे स्थान पर पी अरुणा और पहले स्थान पर पी अनीता रही। बालिकाओं की रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर एम दीपिका, दूसरे स्थान पर के अंजलि और तीसरे स्थान पर एम स्नेहता रही। विवाहित महिलाओं के लिए आयोजित रंगोली प्रतियोगिता में पहले स्थान पर सी गीता, दूसरे स्थान पर बी मोनिका और तीसरे स्थान पर एन लावण्या रही।
यह समितिया रही शामिल
आंध्रा समाज स्कूल, रामनवमी कमेटी कंस्ट्रक्शन कॉलोनी , बालाजी मंदिर समिति, कलिंग समाज, कसिमकोटा समाज समिति, अन्नपूर्णा कॉलोनी रामनवमी कमेटी , कसिमकोटा संजय समिति।
इनका रहा योगदान
आयोजन को सफल बनाने में आयोजन समिति के अध्यक्ष वी रामा राव, सचिव एस सांई भास्कर के अलावा सी नवीन कुमार, बी शंकरराव, एल श्रीनिवास, ई अप्पा राव , टी गिरिधर , डी वासु, बी श्रीनिवास , मोंटी करण, सी श्रीनिवास , जी काशी राव, आर रविशंकर, मुरली सूरी, संदीप, रवि तेजा, प्रभाकर, एस श्रीनिवास, तुषार, डी श्रीनिवास वासु, टी दिवाकर, चंटी, ए रवि, बी सांई, पी चंद्र बाबू, जी काशीराव, हरीश, डॉक्टर एम एस राजू , ई लक्ष्मण राव, जी लोकेश राव, के शंकरराव, यश आदि की विशेष भूमिका रही।
