

हिंदू नव वर्ष विक्रम संवत 2080 पर सोशल मीडिया से लेकर शहर की एक- एक गली भगवा रंग में रंगी नजर आयी। बुधवार को चैत्र नवरात्र, उगादि चेट्री चंड के साथ हिंदू नव वर्ष भी धूमधाम के साथ मनाया गया। वैसे तो इसकी तैयारी पिछले काफी दिनों से चल रही थी। नव वर्ष के स्वागत में बिलासपुर शहर के सभी चौक चौराहों और मुख्य मार्ग को केसरिया तोरण पताका के साथ सजाया गया था। जगह-जगह भगवा झंडा लहरा रहे थे। अलग-अलग संगठनों ने मिलकर सर्व हिंदू समाज का गठन किया जिसके द्वारा नव वर्ष शोभा यात्रा की भव्य तैयारी की गई। शहर का हर गली मोहल्ला बैनर, पोस्टर, तोरण और भगवा झंडे से सजा दिखा । एक दिन पहले भी रात में घूम घूम कर हिंदू संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने शहर के चौक चौराहों का निरीक्षण किया और सजावट में कोई कसर नहीं छोड़ी।

बुधवार दोपहर बाद शाम करीब 4:00 बजे पुलिस मैदान से डीजे, कीर्तन भजन मंडली और ढोल ताशे के संग विशाल शोभायात्रा निकली। शोभायात्रा के साथ भगवान श्री राम , शनिदेव और अन्य देवी-देवताओं की झांकी भी मौजूद थी। भगवा वस्त्रों में हाथों में भगवा ध्वज लिए हजारों की संख्या में हिंदू युवा इस शोभायात्रा में शामिल हुए। हर तरफ जय श्री राम का उद्घोष सुनाई पड़ रहा था। शोभायात्रा में भगवान श्री राम के साथ राम भक्त हनुमान की झांकी भी आकर्षण का केंद्र रही। झांकी में हनुमान जी पैदल चलते दिखे। शोभायात्रा के आगे आगे युवाओं की टीम सड़क पर झाड़ू लगाते चल रही थी, जिसके पीछे युवा पानी से सड़क की सिंचाई कर रहे थे।


रास्ते में लगे तोरण, पताका बाधक न बने इसलिए क्रेन भी मौजूद था। पुलिस ग्राउंड से शुरू हुई शोभायात्रा सत्यम चौक, पुराना बस स्टैंड , शिव टॉकीज चौक , गांधी चौक, जूना बिलासपुर होते हुए शहर के प्रमुख चौक चौराहों से निकली। रास्ते में अनेक स्थानों पर इस शोभायात्रा का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। जगह-जगह जल, फल मिष्ठान, जलपान शीतलपेय आदि की व्यवस्था भी की गई थी।
युवाओं के अलावा इस शोभायात्रा में बड़ी संख्या में युवतियां और महिलाएं भी शामिल हुई। यह भव्य एवं विशाल शोभायात्रा करीब 3 घंटे का सफर कर तिलक नगर श्रीराम मंदिर पहुंची। जहां महाआरती की गई ।

बिलासपुर में इस वर्ष हिंदू नव वर्ष को लेकर अभूतपूर्व उत्साह देखा गया। जगह-जगह व्यापारी, सामाजिक संगठनों, राजनीतिक दलों के लोगों ने स्टाल लगाकर शोभायात्रा में शामिल भगवान श्री राम की आरती उतारी। शोभा यात्रा पर पुष्प वर्षा की। आतिशबाजी की गई। फल, शरबत, शीतल पेय लस्सी आदि बांटे गए। हिंदू नव वर्ष विक्रम संवत 2080 पर पूरा शहर भगवा मय हो गया।


