

भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने , धर्मांतरण, लव जिहाद जैसे सनातन विरोधी षड्यंत्र को रोकने, हिंदू समाज को जागरूक करने, समाज में व्याप्त जातिगत भेदभाव, छुआछूत को दूर कर हिंदू समाज को संगठित करने के महान उद्देश्य के साथ छत्तीसगढ़ के 4 शक्तिपीठों से निकली यात्रा 12 मार्च को बिलासपुर पहुंचेगी। रतनपुर से 12 मार्च को यह यात्रा सेंदरी पहुंचेगी, जहां से बिलासपुर के हिंदूवादी संगठन के सदस्य यात्रा में शामिल होकर उनके साथ बिलासपुर आएंगे। छत्तीसगढ़ की पावन शक्तिपीठ मां महामाया, मां बमलेश्वरी, मां चंद्रहासिनी और मां दंतेश्वरी जैसे चारों धामों से निकली यह यात्रा 19 मार्च को रायपुर में मिलेगी, जहां अपने इस उद्देश्य को पूर्ण करने के लिए शासन को मांग पत्र सौंपा जाएगा। करीब 4500 किलोमीटर की यात्रा में संत प्रतिदिन 25 किलोमीटर पैदल चल रहे हैं। हिंदुत्व के स्वाभिमान की रक्षा के लिए संतों द्वारा छत्तीसगढ़ में निकाली जा रही इस पदयात्रा का अभूतपूर्व स्वागत करने की तैयारी है। इसी तैयारी को लेकर शनिवार शाम 7:00 बजे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यालय मनोहर टॉकीज के पास जूना बिलासपुर में आवश्यक बैठक रखी गई है। वही दुर्गा वाहिनी भी संतो के सत्कार की तैयारी कर रही है।
