बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव आरंभ से ही इसे लेकर गंभीर और मुखर रहे हैं। अब उनकी विरासत संभाल रहे प्रबल प्रताप सिंह जूदेव भी उनके इसी घर वापसी अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं, जिनका मानना है कि प्रदेश में सरकारी संरक्षण और प्रलोभन से जनजाति समाज को बड़ी संख्या में धर्मांतरित किया जा रहा है। यही वजह है कि आज जनजातियों का एक बड़ा हिस्सा खुद को हिंदू मानने से ही इंकार कर रहा है। यह साजिश अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही है और इसके पीछे डेमोग्राफी बदलने का इरादा है ताकि पहली बार भारत में बने सनातनी सरकार को उखाड़ फेंका जाए।
इस साजिश के खिलाफ सभी हिंदुओं को संगठित होने का आह्वान करते हुए सर्व हिंदू समाज द्वारा बिलासपुर के नेहरू चौक में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया, जिसमें घर वापसी अभियान प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, मस्तूरी विधायक डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी, भाजपा नेता बीपी सिंह, धनंजय गोस्वामी आदि शामिल हुए।
इस दौरान प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा कि धर्मांतरण के द्वारा लगातार हिंदू संस्कृति पर कुठाराघात हो रहा है। जनजाति समाज के साथ-साथ अन्य सभी समाज इस कुचक्र का शिकार बन रहे हैं। अब यह स्थिति विस्फोटक हो गई है।
आज संख्या बढ़ते ही धर्मातरित हो चुके लोग हिंसा और प्राणघातक हमला करने लगे हैं। नारायणपुर में की गई घटना इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। सर्व हिंदू समाज ने संस्कृति और देश के विरुद्ध चल रहे इस भयानक षड्यंत्र के विरुद्ध खड़े होने का आह्वान समाज के सभी प्रमुख जागरूक नागरिकों से किया है। धरना प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने धर्मांतरण पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि प्रदेश में ईसाई मिशनरियों द्वारा गरीब, भोले भाले आदिवासी और पिछड़े वर्ग का धर्मांतरण कराया जा रहा है। कभी बीमारी ठीक करने के नाम पर, कभी चावल की बोरी देकर तो कभी किसी और बहाने ।उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस धर्मांतरण को सरकारी संरक्षण हासिल है, जिस कारण से इसकी खिलाफत करने वालों पर जबरन कार्रवाई हो रही है। यह भी कहा गया कि अगर अब भी इसका मुखर विरोध नहीं किया गया तो फिर इसके भयावह परिणाम होंगे । इस मुद्दे पर कलेक्टर को भी ज्ञापन सौंपा गया।