


बिलासपुर के नए एसपी संतोष कुमार सिंह ने पदभार ग्रहण करते ही अपनी प्राथमिकताओं से सबको अवगत करा दिया था। उनकी प्राथमिकता सूची में भी नशे के अवैध कारोबार पर प्रहार सबसे ऊपर दर्ज था। बिलासपुर में पदस्थापना के साथ ही उन्होंने निजात अभियान की शुरुआत कर दी, जिसका असर भी दिखने लगा है। पिछले कुछ दिनों से लगातार गांजा, अवैध शराब चरस के खिलाफ कार्यवाही हो रही है , तो वही नशीले पदार्थ के रूप में इस्तेमाल होने वाले कोडीन युक्त कफ सिरप पर भी नकेल कसने की तैयारी है। अधिकांश मामले में यह कफ सिरप मेडिकल स्टोर से उपलब्ध होता है। यही कारण है कि एसपी के निर्देश पर सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में मौजूद मेडिकल व्यवसाय से जुड़े लोगों के साथ बैठक कर इस पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रहे हैं ।

इसी प्रयास के तहत सिविल लाइन थाने में क्षेत्र के मेडिकल स्टोर, थोक विक्रेताओं संग बैठक की गई। जिन्हें समझाया गया कि बिना मेडिकल पर्चे के कोडीन युक्त कफ सिरप नहीं बेचना है। मेडिकल व्यवसाय से जुड़े संगठनों ने भी पुलिस के साथ सहयोग करने का पूरा आश्वासन दिया है।
इसी तरह कोतवाली पुलिस ने भी अपने क्षेत्र के मेडिकल व्यवसायी और ऑटोमोबाइल व्यवसायियों के साथ बैठक कर नशा मुक्ति अभियान में सहयोग करने की अपील की है। एक तरफ जहां मेडिकल स्टोर से नशेड़ियों को कोडीन युक्त कफ सिरप मिलता है तो वहीं कई नशेड़ी ऑटोमोबाइल सेक्टर में इस्तेमाल होने वाले ग्लू का प्रयोग नशीले पदार्थ के रूप में करते हैं। ऐसे लोगों को किसी भी सूरत में यह पदार्थ नहीं बेचने की चेतावनी दी गई है। मेडिकल स्टोर, ऑटोमोबाइल्स, साइकिल स्टोर आदि के संचालकों को कड़ाई से नियम पालन करने को कहा गया है, अन्यथा उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

