आलोक

मस्तूरी क्षेत्र के ग्राम पाली में बेशकीमती भगवान श्री भावर गणेश की प्रतिमा चोरी के मामले में फरार आरोपी को भी मस्तूरी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है । आपको याद दिला देगी 25 अगस्त की रात मंदिर की देखभाल करने वाला महेश केवट खाना खाकर मंदिर के पास ही बने कमरे में सो रहा था। रात करीब 1:00 से 2:00 के बीच 4 अज्ञात नकाबपोश मंदिर में घुसे और महेश को जमीन पर पटक कर उसे बांध दिया। उन लोगों ने अपने पास एक कट्टा भी रखा हुआ था, जिसे महेश केवट के सर पर अड़ा दिया और उससे मंदिर की चाबी ले ली। जिसके बाद वे सभी मंदिर में गए और प्राचीन भगवान भावर गणेश की प्रतिमा को चोरी करने की नियत से सब्बल से उस पर प्रहार किया। इससे प्रतिमा खंडित हो गई लेकिन चोर अपने साथ मूर्ति को लूट कर ले गए।
इससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। लंबे वक्त तक पुलिस चोरों की तलाश करती रही। आखिरकार एस ई सी यू की टीम चोरों तक पहुंचने में कामयाब रही, जिन्होंने मूर्ति चोरो से दो करोड़ में मूर्ति का सौदा किया। जिसके बाद चोर मूर्ति लेकर पुलिस अधिकारियों के पास पहुंचे और उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में पुलिस ने युवराज टंडन, मोहताब सुमन उर्फ राजा, निशांत कुमार घोष उर्फ सचिन और सुमित राय को गिरफ्तार किया था

लेकिन इनका एक साथी अतुल भार्गव उस समय से फरार चल रहा था। इन लोगों को उम्मीद थी कि भगवान भावर गणेश की मूर्ति बेचकर उन्हें करोड़ों रुपए मिलेंगे लेकिन मूर्ति को चोरी करने के दौरान प्रतिमा खंडित हो गई जिस कारण से उसकी कोई कीमत बाजार में नहीं मिल रही थी। यह लोग फिर भी उसे 4 करोड़ रुपए में बेचने की फिराक में थे लेकिन ऐसा करने से पहले ही पकड़े गए। उनका एक साथी जो फरार चल रहा था उसे भी पुलिस ने ढूंढ निकाला। इस तरह से सभी मूर्ति चोर पकड़ लिए गए। पुलिस ने टिकारी मस्तूरी निवासी 25 वर्षीय अतुल भार्गव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

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